People who keep going away
and coming back whenever
they want, belong nowhere else
more than a weather report.-
गुज़र हुआ तेरे शहर से तो ठहर गया यही पर,
ग़मो की बारिशें जो घिर आयी मेरे इस्तक़बाल में।-
तुम ने बूंदे हथेली में संभाल के उछाली तो नहीं,
आज मेरे शहर का मिज़ाज कुछ सावन जैसा है !!
تم نے بوندے ہتھیلی میں سنبھال کے اچھالی تو نہیں..
آج میرے شہر کا مزاج کچھ ساون جیسا ہے !!-
हर मौसमी क़हर को वह ग़रीब सहन करता है,
जो अपने जिस्म पर रफ़ू-दार पैरहन करता है !!
ہر موسمی قہر کو وہ غریب صَحن کرتا ہے..
جو اپنے جسم پر رفو دار پیرہن کرتا ہے !!-
ये हवाएं, ये बादल, ये बारिश, ये मौसम
खुदा ने क्या सज़ा बख़्शी है मोहब्बत की
- सुप्रिया मिश्रा-
जून में शर्बत, जनवरी में चाय उबाल रखा है,
उसने ठंडा-गर्म सब होंठों पर संभाल रखा है !!
جون میں شربت, جنوری میں چائے ابال رکھا ہے..
اس نے ٹھنڈا گرم سب,ہوںٹھو پر سنبھال رکھا ہے !!-
आज बारिश तो गज़ब कर रही है
ये मेरे यार की तरह बरस रही है,
मैं इधर जल रहा हूं तेरी यादों में,
उधर वह भी खूब मचल रही है,
देख रही है आंखें अपने चार-सू
शायद बादल से वह पिघल रही है,
परिंदे भी यहां बेचैनी में है सब,
मेरे दिल की तरह भटक रही है,
आओ सर्द हवा की तरह छू लो
ये फिज़ा मुझे बेसब्र कर रही है !!-
तुम भ्रम, मैं यक़ीं बन जाऊंगा
हो सके हम-नशीं बन जाऊंगा,
तुम बारिश की बूंदे बन जाना
मैं तेरे वास्ते ज़मीं बन जाऊंगा,
तुम बिजली बन कर चमकना
मैं सर्द हवाएं हसीं बन जाऊंगा,
तुम यूंही बरसते रहना गरज के
मैं आह-ए-आतिशीं बन जाऊंगा,
तुम तितली सी बन कर मंडराना
फ़क़त मैं गुल-ज़मीं बन जाऊंगा,
तुम आमिर की हूर परी बन जाना
मैं फ़ौरन ख़ाक-नशीं बन जाऊंगा !!-
उसका इश्क़ भी मई की बारिश की तरह है,
हैरान भी करता है
पर ..
सुकून भी देता है . .-