#यूज एंड थ्रो (Use and throw) #
पहले के लोग कितने भले थे
कपड़े फट जाने पर कर देते वापस
उसकी सिलाई
और बैर भाव मिटा कर कर देते थे
रिश्तों की वापस तुरपाई।
ऐसे ही ज़िन्दगी को गमों के बाद
वापस जीना सीख लेते थे।
लेकिन अब,
अब कोई रिश्तों की तुरपाई नहीं जानता,
ना आता है दोबारा गमों से उबरने का हुनर
कर लेते हैं अपना जीवन समाप्त
छोटी छोटी बातों में।
जीवन अब यूज एंड थ्रो हो गया है!!
-
#यूज एंड थ्रो (Use and throw) #
पहले के लोग कितने भले थे
कपड़े फट जाने पर कर देते वापस
उसकी सिलाई
और बैर भाव मिटा कर कर देते थे
रिश्तों की वापस तुरपाई।
ऐसे ही ज़िन्दगी को गमों के बाद
वापस जीना सीख लेते थे।
लेकिन अब,
अब कोई रिश्तों की तुरपाई नहीं जानता,
ना आता है दोबारा गमों से उबरने का हुनर
कर लेते हैं अपना जीवन समाप्त
छोटी छोटी बातों में।
जीवन अब यूज एंड थ्रो हो गया है।
-
My weakness is that
I have an intuition to care,
but I'm done being nice,
I'm done being everybody's
use-and-throw,
I'm done being the
damaged good that
everyone subsides
so that they get
the usable one...
I'm only human
afterall...-
Either ;
U can't Use me ,
Or ;
If u have used me ,
I challenge.
U can't throw me out.-
Now a day's one thing is comman in every story,
At first Use & then Throw...-
Use & throw ... वाले सिर्फ़ pen ही अच्छे लगते हैं
वो जब ख़र्च होते हैं तो तो किस्मत संवार देते हैं...
लेकिन अगर इंसान करें तो ज़िन्दगी बर्बाद हो जाती हैं...-
मुझे मेरे जीवन के पिछले अनुभवों से एक बात समझ आई की, आजकल रिश्ते जब बनाओ तो ऐसे बनाओ की जब सामने वाला कहे की अब रिश्ते तोड़ दो, तो तोड़ दीजिए एक मिनट में, सीधी बात, मतलबी रिश्ते बनाओ,ज्यादा गहरे रिश्ते आपको अपमानित कर सकते है...
"हनी निगम"
"मेरे अनुभव"-
#अजनबी हो गये...🙁
जिनसे मिले हुए उन्हें कुछ लम्हें ही हुए,
आज वो उनके लिए सब कुछ हो गये।
भूल गये तब्दीलों को थोड़ा वो बदल गये,
हालातों को देख मेरे हमसे वो दूर हो गये।।
हाँ, अब तो हम अजनबी हो गये...2
माना की हालात से थोड़े मजबूर थे,
पर झुके नहीं मजबूरी से हम डटे रहे।
चंद ख्वाहिशों की खातिर वो छोड़ हमको चली गयी,
इक पल भी ना सोचा ये वक्त है गुजर जायेगा।।
आने वाला पल हमारा भी तो आयेगा।
हमारे हालातों के साथ वो भी बदल गये।।
हाँ, अब तो हम अजनबी हो गये...2
हमने कॉल किया मैसेज किया,
पर उन्होंने कुछ रिप्लाई ना दिया।
आज जब जरूरत पड़ी हमारी उन्हें,
तो रिप्लाई किया - "क्या हाल है आपका?"
कुछ कह पाते इसके पहले ही सारे गम सुना गये।
मुसीबत में ही सही आखिर हम याद आ गये।।-