ये , वक्त – वक्त का चक्कर । किसी वक्त , समझ नहीं आए । इक वक्त ऐसा लगे , ये हमसे चल रहा है । इक वक्त ऐसा लगे , ये हमपे हावी हुआ है । कभी यूं लगे की , हम इसे खींच रहे है । दूजे पल लगे , ये हमारा पीछा कर रहा है ।
भगवान पर भरोसा रख , वक्त तेरा भी आएगा ; किया है जिसने भी गलत , भुगत कर यही जाएगा ; यह तो समय का चक्र है आज उल्टा है ... तो कल सीधा होगा ... भगवान पर भरोसा रख , वक्त तेरा भी आएगा !!
ओ वक़्त मेरे दोस्त.. तु थोड़ा-सा पीछे चला जाना मुझे बो प्यारा सा दोस्ती वापस दिला देना तु ही बता इतना आगे आकर क्या फायदा हुआ हां हम दोनों के बीच प्यार तो सुरू होगया लेकिन बो प्यार पलक झपकते ही मिट गया
पूरा दिन काम करके आप कितने थक जाते हो. इसके बाद भी आप किसी का दिल जीत नहीं पाते हो.. हम कह कर बैठते हैं कि आप हमें समय नहीं दे पाते हो.. पर आप ही जानते हो आप सारे रिश्ते कैसे संभालते हो .. हम तो रत लगा कर बैठते हैं कि मुझे ही आपका समय चाहिए.. पर ये समझ नहीं पाती केे आपकी जरुरत ओर भी लोगो को है.. आप मेरे लिए जितना भी समय निकालते हो उसके लिये शुक्रिया 👩❤️👩💞