Hum usse uss waqt bahut yaad aayenge,
Jab usse bhi koi thukrayega..-
ठुकरा दो अगर कोई दे
जिल्लत से प्यार
जो इज्जत से मिले
वो नफरत भी बहुत है-
कई कई बार तेरे इश्क़ की दहलीज पर आए है।
पर हर एक बार तेरे इश्क़ में ठुकराए है।।-
कर ले सितम जितने तुम्हे करने हैं बस याद रखना,
गर हमने बेवफ़ाई की तो वफ़ा की उम्मीद मत रखना......!-
काश कि इन हाथों की, लकीरों का बदलना संभव होता,,
पूरी दुनिया को ठुकरा कर, तुझे लिख लेते इनमें,-
वो मोहब्बत भी तेरी थी, वो नफ़रत भी तेरी थी,
वो अपनाने और ठुकराने की अदा भी तेरी थी,
मैं अपनी वफ़ा का हिसाब किससे मांगती...???
वो शहर भी तेरा था, वो अदालत भी तेरी थी....
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तेरे इश्क़ में हम इस कदर दीवाने हो गए
पता ही नही चला की कब हम खुद से बैगाने हो गए
यू जब ठुकराई तुने मोहब्बत मेरी
तो शहर के सारे आशियाने हमारे मयखाने हो गए-
Deedar ae tohfaa tum toh thukra baithe
Aaj bhi rehta humare chehre par noor ae khub hai-