जिन्हें आप खुश देखना चाहते हैं,
उन्हें खुशी देने के लिए वक़्त का इंतजार
मत करना।
वरना ताजमहल तो शाहजहां ने भी बनवाया था,
पर जब बनके तैयार हुआ,
तो देखने वाली दुनियां थी मुमताज नहीं.....-
Chalo Taj ki mahobbat mahsoos krte hai,
Chalo koi saath Junoon e mahobbat krte hai.-
तुम जितनी जरूरी कल थी उतनी ही आज हो,
ये बाबू, सोना, बच्चा तो ठीक है पर तुम तो मेरी जान हो।
बस तुम मेरा साथ कभी मत छोड़ना,
क्योंकि तुम ही तो इस शाहजहां की मुमताज हो।।-
कुछ तो खास है यह मोहब्बत
कोई तो बात है इस मोहब्बत में
नहीं तो एक लाश के लिए कौन ताजमहल बंबता है-
तेरी मुहब्बत में ज़िन्दगी खूबसूरत ग़ज़ल बन गयी…
मेरे इश्क़ की दास्ताँ जैसे ताजमहल बन गयी…-
(🙏मेरी औक़ात नहीं🙏)
लिखने का थोड़ा हुनर है, और कोई ख़ास बात नहीं
जो भी हूँ, खुद से हूँ, पुरखों की कोई जायजाद नहीं
हाँ तुमसे इश्क़ है मुझको, मैं यही हर बार कहता हूँ,
पर ये ताजमहल बनाने की, सच में मेरी औकात नहीं
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ताजमहल मोहब्बत की नहीं दर्द की निशानी है
उसमे दफ़न शाहजहां की रानी है।।-
Is ishq ke minar mai...
kissa bada mashurh hai...
💌
Jo Dil ke sabse karib hai...
Vo Dil se Sabse dur hai...-
ज़िंदा है शाहजहाँ की चाहत अब तक,
गवाह है मुमताज़ की उल्फत अब तक,
जाके देखो ताज महल को ए दोस्तों,
पत्थर से टपकती है मोहब्बत अब तक....!!!-