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14 JUN 2020 AT 23:59
चेहरे पे मसर्रत लिए अन्दर ही अन्दर टूट रहा..!
कौन जानें ? कौन किस अजीयत से जूझ रहा..!!-
20 JUN 2020 AT 9:56
मुझे जीना है , यह मेरी अपनी सोच है , पर वो अपने ही है , जो मुझे जीने नहीं देते ।
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13 AUG 2019 AT 14:07
अपनी प्रतिभा, अपने परिवार को भूल गया वो
असफलता और प्रकोप से तंग आकर,
फाँसी के फंदे से झुल गया वो-
4 AUG 2020 AT 11:58
"And one day, after enduring
too much pain, came her
breakdown point and
she committed suicide....!!!-
22 JUN 2020 AT 13:36
हटा फंदा, चला पंखा, हवा में बैठ, पानी पी,
तुझे भी मौत आएगी अभी कुछ देर जिंदा रह।-
7 AUG 2020 AT 21:43
अगर फाँसी लगाने से समस्याएं खत्म हो जाती।
तो शायद हर घर में फंदे की पूजा की जाती।।-