धीरे- धीरे मैंने लोगों से मिलना कम कर दिया..!
क्योंकि एक वक्त बाद समझ आया की सुकून अकेलेपन में ही हैं !!-
👉 Proud to be a "shiv bhakt" proud to
be a hindu �... read more
भीड़ तो बहुत हैं, मेरी चौखट पे !
पर अफ़सोस मेरा दिल अकेलेपन का मारा हैं !!-
इस दुनिया में तुमसे ज्यादा खुबसूरत कुछ भी नहीं,
क्योंकि प्रेम से ज्यादा खुबसूरत कुछ हो भी नहीं सकता!!-
No one understands you in bad times, neither parents nor siblings, yes, everyone plays their responsibility to some extent, so never think of family as your first priority, your first priority is yourself then everything else
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सांझ होते ही सब लौटते हैं मकां आराम को ,
वो लौटती हैं दफ़्तर से मकां फिर से काम को !!-
बिन ब्याही ,तलाकशुदा स्त्रियां मां बाप से ज्यादा,
बन जाती हैं बोझ, एक दाना न पूछने वाले समाज के लिए!!-
ये साज ये श्रृंगार
ये हाथों की चूड़ियां
ये आंखों की चमक
ये होठों पे तरब
ये चेहरे का नूर
सब कुछ उतना ही
मनमोहक हैं
जीतना की
समंदर किनारे
ढलता हुआ सूरज-
हमारे देश में समाज को ढोने का सारा बोझ,
सिर्फ मध्यमवर्गीय परिवारों ने उठा रखा हैं !!-