दिन, महीने और साल तो बदलते रहते हैंग़र हालात बदले तो बात बने !!🌻 -
दिन, महीने और साल तो बदलते रहते हैंग़र हालात बदले तो बात बने !!🌻
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साल भर के बाद सावन भीलौट आता है प्रकृति का श्रृंगार सजाने !!काले घने बादल भी लौट आते हैंमहीनों से प्यासी धरती का प्यास बुझाने !!बसंत भी लौट आता है पतझड़ कीवीरान हुयी गलियों को फूलों से महकाने !!"लौट आना संसार का नियम है"मगर तुम नहीं लौटे....इस क्रम मेंतुमने लौटने के नियम का उल्लंघन किया !!🥀 -
साल भर के बाद सावन भीलौट आता है प्रकृति का श्रृंगार सजाने !!काले घने बादल भी लौट आते हैंमहीनों से प्यासी धरती का प्यास बुझाने !!बसंत भी लौट आता है पतझड़ कीवीरान हुयी गलियों को फूलों से महकाने !!"लौट आना संसार का नियम है"मगर तुम नहीं लौटे....इस क्रम मेंतुमने लौटने के नियम का उल्लंघन किया !!🥀
ईश्वर ने ही अन्याय कर दियाहम अधिकांश स्त्रियों को शारीरिक तौर पर कमजोर बनाकर,अन्यथा बेहयाई पर उतर चुकेइन पुरुषों में स्त्रियों को निर्वस्त्र करने का दुस्साहस ही न होता !! -
ईश्वर ने ही अन्याय कर दियाहम अधिकांश स्त्रियों को शारीरिक तौर पर कमजोर बनाकर,अन्यथा बेहयाई पर उतर चुकेइन पुरुषों में स्त्रियों को निर्वस्त्र करने का दुस्साहस ही न होता !!
किसी स्त्री से कोई गलती हो जाएतो पूरी दुनिया उसे भला-बुरा कहती है,लेकिन किसी स्त्री के साथ कुछ ग़लत हो जाएतो दुनिया उसकी बुरी क़िस्मत का हवालादेकर मामले को रफा-दफा कर देती है।और लोग कहते हैं " मेरा देश महान " -
किसी स्त्री से कोई गलती हो जाएतो पूरी दुनिया उसे भला-बुरा कहती है,लेकिन किसी स्त्री के साथ कुछ ग़लत हो जाएतो दुनिया उसकी बुरी क़िस्मत का हवालादेकर मामले को रफा-दफा कर देती है।और लोग कहते हैं " मेरा देश महान "
हैवानियत की हर हद पार करकेकुछ लोगों ने मुझे ऐसे छुआ...!!मेरे जिस्म का कतरा-कतरा नोंच दियाफिर सरेआम मेरी आबरू को नीलाम किया...!! -
हैवानियत की हर हद पार करकेकुछ लोगों ने मुझे ऐसे छुआ...!!मेरे जिस्म का कतरा-कतरा नोंच दियाफिर सरेआम मेरी आबरू को नीलाम किया...!!
मन व्यथित ; विचलित हैआँखें आँसुओं से सराबोर हैहोठों ने भी जैसे मौन धारण किया है !!गला रूँधा-सा हैहृदय में कोई हलचल नहीं और मस्तिष्क भी शिथिल पड़ा हुआ है !!चेहरा निस्तेज हुआसुध-बुध खोई हुई है कहींमानो जैसे आत्मा ने देह त्याग दिया है !! -
मन व्यथित ; विचलित हैआँखें आँसुओं से सराबोर हैहोठों ने भी जैसे मौन धारण किया है !!गला रूँधा-सा हैहृदय में कोई हलचल नहीं और मस्तिष्क भी शिथिल पड़ा हुआ है !!चेहरा निस्तेज हुआसुध-बुध खोई हुई है कहींमानो जैसे आत्मा ने देह त्याग दिया है !!
एक कवि को सबसे अधिक प्रेम और मोहअपनी कविताओं से ही होता है !! -
एक कवि को सबसे अधिक प्रेम और मोहअपनी कविताओं से ही होता है !!
तुम्हारे माथे कीबिन्दियासम्पूर्ण संसार केआकर्षण काकेन्द्र बिन्दु है !! -
तुम्हारे माथे कीबिन्दियासम्पूर्ण संसार केआकर्षण काकेन्द्र बिन्दु है !!
समाज ने पुरुष कोइतना कठोर बना दिया है किवह खुद के आँसू छिपाना सीख गया...!!किन्तु उससे भी अधिकदुःखद ये है कि वह रोती हुयीस्त्री के आँसू पोंछना भी भूल गया...!! -
समाज ने पुरुष कोइतना कठोर बना दिया है किवह खुद के आँसू छिपाना सीख गया...!!किन्तु उससे भी अधिकदुःखद ये है कि वह रोती हुयीस्त्री के आँसू पोंछना भी भूल गया...!!
सब कहते हैं कितुम तो लिख लेती हो अपने ज़ज्बात...!!अब उन्हें कैसे समझाएँ किकाश हम भी बता पाते किसी को अपने हालात...!! -
सब कहते हैं कितुम तो लिख लेती हो अपने ज़ज्बात...!!अब उन्हें कैसे समझाएँ किकाश हम भी बता पाते किसी को अपने हालात...!!