Pandemic 😷
After 5 score year, we are in the stage
Where we bound to live in a cage.
If, someone shows carelessness with their life
Then, they come in the contact of pandemic lite.
Beyond the fear, doctors are the one who fight to protect us
Scientists are doing their best to invent the vaccine to protect.
Now, it's our responsibility to fight for ourselves
Be antisocial, wash hands every hr, avoid to go in busy places and so on.
These are the ways through which we can live our life in a long way.-
थाली, ताली ,घंटी और शंख की ध्वनि कल सुनाई दी,
शायद पुराने समय ने फिर से दस्तक दी...
जब लोग मिलकर रविवार को अपनों के संग खुशियां मनाते थे ,घरवालों के संग अंताक्षरी खेलते व गीत गाते थे ...
आज सुबह चिड़ियों का चहचहाना और कोयल की कुहू कुहू ने मन मोह लिया, और ना ही किसी वाहन की आवाज ने हमें तंग किया... विज्ञान ,तकनीक ने हमें बहुत कुछ दिया ,किंतु बहुत सी चीजों का मज़ा हमसे छीन लिया...-
जीवन को बनाए रखने की प्रकृति की क्षमता हो जाएगी नष्ट, यदि इंसान ना संभला तो आने वाली नस्लें पाएंगी कष्ट...
इंसान ने जो प्राकृतिक चीजों को पहुंचाया है नुकसान, इससे क्या और दुष्परिणाम हो सकते हैं इंसान अभी भी नहीं पाया है जान...
अब धरती मां को भी एक दिन चैन आराम मिलेगा, पेड़ों को गाड़ियों का धुआं नहीं सहना पड़ेगा...
प्रकृतिक चीजों से विवेक पूर्ण करें व्यवहार,
कुछ बुरी चीजों (खाने से संबंधित )के बिना ले जीवन गुजार....
तो पूरी दुनिया को बदला जा सकता है,और कई गलत वायरस से बचा जा सकता है.... जो धर्मों पर लड़ते थे अब छिपकर घर में बैठे हैं ,
अपने धर्म के इंसान ही इंसान से हाथ मिलाने से डर रहे हैं....
समृद्धि सब से हाथ जोड़कर प्रार्थना करती है, करोना से बचने के लिए हाथ है धोना, और मुंह ढकना और आप सब अपना ध्यान रखना।-
हम उस सदी में रह रहे हैं, जहां चांद और मंगल पर भेजे हैं यान,
लेकिन सपने क्यों आते हैं और मर कर हम कहां जाते हैं? इस जैसे अनगिनत सवालों के जवाब नहीं दे पाया है विज्ञान।
विज्ञान अपनी Theories द्वारा हमें चुप करवा सकता है, किंतु भगवान के अस्तित्व को झुठलाया नहीं जा सकता है...
जो कठिन समय में भगवान से प्रार्थना करते हैं, चाहे बहुत से लोग उन पर हंसते हैं, किंतु वही जानते हैं कि हर परिस्थिति में भगवान ही साथ देते हैं, बाकी तो सब पीछे हटते हैं
अगर इतना ही विज्ञान के पास है ज्ञान, तो सुनामी और भूचाल कैसे आते हैं?
इसका रहस्य क्यों नहीं पाया जान
चूहा और गिलहरी खाने से एक और वायरस हंता ने दी है दस्तक, भगवान भी इंसान से कह रहे हैं कि जो चीजें मैंने प्रकृति के साम्जस्य को बनाए रखने के लिए की उत्पत्ति, इंसान उसे ही खा कर कर रहे हैं उसकी समाप्ति।
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ऐ खुदा,
थोड़ा हवस का दौर रहने देते,
मैं खुश थी,मैं खुश रहूँगी,
मैंने तुझसे मौत नहीं मांगी थी,
तू शायरा कि बात पर,
मौत का दौर क्यों ले आया?-
हर महकती खुशबू का अपना एक अलग अंदाज है ,
हर रसोईघर में छुपा वर्षों का राज़ है ।
कहीं मीठे तो कहीं तीखे हर शहर हर गली ,
हर प्रांत का अपना एक अलग अंदाज है ।
तो किताबों में लिखें जायकेदार पकवान ,
धरोहर है ये हमारे भारत का,अद्भुत खान-पान।
(Must read caption ....)-
तुमसे दूर रहना हमें भी अच्छा नहीं लगता था,
पर आज तुम्हारी दूरी ही हमें बचा रही है।-
उड़ान भरकर पंछी न जाने किसकी और चला
कौन जानता था,
रास्ते में वह कितने कफन देखते चला।-