ज़हर वेख़ के पीता ते के पीता
इश्क़ सोच के कीता ते के कीता
दिल दे के दिल लैन दी आस रख्खी वे
बुल्लेया प्यार में लालच ना कीता ते कि कीता..!
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My SoNg
हुई तुमसे शुरू जो कहानी मेरी
बदली मेरी जिंदगी
कहता है दिल पास आके मिल
जिंदगी तेरे नाम की
ए मान ले तू कहना ओ दिल हार के
एक बार देख ले मुझे प्यार से
जान मेरी जान ना ले तेरी जान के
एक बार देख ले मुझे प्यार से
अब तुम ही से है मेरी खिलती हंसी😍
मेरे नज़मो की तू जायकी
सारे जहां में तुमसा कोई
अब तक यू देखा नहीं
हां मैं हूं तेरी तू है मेरा मान ले
एक बार देख ले मुझे प्यार से
मांगती हूं मैं कटे ये मेरी
बाहो में तेरी जिंदगी
लाखों है हंसी राहों में तेरी
पर चाहेगी ना मुझ सा कोई😜
ए सोच के समझ के या ऐतबार से
एक बार देख ले मुझे प्यार से
जान मेरी जान ना ले तेरी जान के
एक बार देख ले मुझे प्यार से😊
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तेरी सूरत जो भरी रहती है आंखों में सदा
अजनबी लीग भी पहचानें से लगते है मुझे..!
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तुम्हे नज़दीक से छुकर,हवाएं फिर पलटती है।
तुम्ही से जान कर सारा,मुझे तुमसे सिखाती है।।
यह कैसी माया है,न आने की न जाने की।
तुम ही आते,तुम ही आते,हर पल मुझे याद तुम ही आते।।
कभी तो रात हो ऐसी,जो तेरे पास बुलाती हो।
तेरे कदमो का घेरा हो,जो मुझको राह दिखाते हो।।
तुम्हें पाने की चाहत में,तड़पते है हम ही जानम।
तुम ही आते,तुम ही आते,हर पल मुझे याद तुम ही आते।।
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Once there was war
and a thousands swords
where birds flew wild and free,
Be my hand while I was
queen of the creed
where rivers held hands
with the sea,
Steel blades clashed
from all the brave men
so we can smile and breathe,
So there's a land
where gold can bring peace
earning your keep to feed,
And there's a girl
who wrote all her stories
millions of years across seas,
Time has past
oh time has gone...
... and now I'm the eyes of the sea.
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किसी भी Particular song को उसके Singer के अलावा भी बहुत लोग अच्छे गा सकते हैं, लेकिन उस Song को एक Writer के अलावा शायद ही कोई लिख सकता है।
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ये सारे मीठे सपने,जो तूने है देखे है,
सच होंगे रे,ओ पंछी रे।
ये खट्टे मीठे सपने,समेटे है गुल्लक में,
सच होंगे रे,ओ पंछी रे।।
हर पल उन सपनों को देखना
तेरी आदत है पंछी रे,ओ पंछी रे।
नई उम्मीदों से हर दिन उठना,
यही तो जीना है पंछी रे,ओ पंछी रे।
जब जब देखा इसको उसको हर पल मन घबराया,
उसकी लगन मुझसे ज़्यादा,हर पल ख्याल आया।
पर तेरी ही फ़ितरत ने है तुझको बनाया,
वो मेहनत ही तेरा एक सहारा ओ पंछी रे।।
ये सारे मीठे सपने,जो तूने है देखे है,
सच होंगे रे,ओ पंछी रे।
ये खट्टे मीठे सपने,समेटे है गुल्लक में,
सच होंगे रे,ओ पंछी रे।।-
ये दूरियां,कैसे आ गई,कुछ न पता।
ये मजबूरियां,वाकिफ नहीं सिलसिला।
हिस्से में गम थे,हिस्से में तुम भी,
हिस्से से जुड़कर हम बने।
हम तुम बिछड़ के,मरने चले थे।
फिर उस जुदाई का,सहारा तुम बने।
मुश्किल घड़ी में सागर की लहर में,
हाँ तुम मुसाफिर मिल गए।
भूल चुके थे वो सारे लम्हे,
जिन लम्हो में हम बंधे।
ये दूरियां कैसे आ गई,कुछ न पता।
ये मजबूरियां,वाकिफ नहीं सिलसिला।।-