मुफलिसी¹ देख के सोचता हूं,
कि मैं लिबास होता, तो अच्छा होता।
जमीं पर परिंदे, यकीनन खुश नहीं रहते,
कि मैं आकाश होता, तो अच्छा होता।।
अंधेरी सड़कों पे देखो, वो कितना डर रही है,
कि मैं प्रकाश होता, तो अच्छा होता।
देखा है मैंने दुनिया में, झूठ भी फरेब भी,
कि मैं विश्वास होता तो अच्छा होता।।-
दोष अक्सर लाचारी का नही होता जाता
ये गरीबी भी इंसान को बेबस कर देती है-
Stagnant water and stinky bread,
These are our daily meal.
For others, stagnated water is dangerous,
For us, it's a bliss to quench our thirst.
// satisfied voice from a slum//-
कर के बंद सारा जहाँ
छुप गए सब .. इंसां यहाँ
बैठे हैं .. खुद को कैद किये
भूल गए सब .. हमें ले जाना वहाँ
बोलो ना
मैं अपना घर ले कर जाऊँ कहाँ .. ??
..
ये सड़के .. आँगन मेरा
ये आसमान .. सर का पहरा
मेरे आँचल की .. दीवारें हैं
कहाँ ढूँढू .. छुपने को कमरा मेरा
कहो ना
मैं अपना दर ले कर जाऊँ कहाँ .. ??
..
मैंने झेला .. मौसम का कहर
आराम से बैठा .. जब सारा शहर
उफ़्फ़ .. !! न मैंने .. की एक भी
रोकूँ कैसे .. अपनों में फैलता ज़हर
बताओ ना
मैं अपना डर ले कर जाऊँ कहाँ .. ??
..
ज़माने ने की .. बचने की तैयारी
मेरा युद्ध .. जाने कब से है जारी
मेरा छुपना .. भी क्या छुपना है
अब लगा .. हूँ मैं किस्मत की मारी
समझाओ ना
मैं अपना सर ले कर जाऊँ कहाँ .. ??-
ना उगता हुआ दिखता है
ना ढलता हुआ दिखता है
यह शहर है साहब शहर
सर पे चढ़े, सूरज भी तभी दिखता है-
जब पास आयी मिठाई ,
दूर खड़ी वो मुसकाई ..
आँखो में चमक एसी आयी ,
जेसे पुरी होगायी हो कोई पुरानी ख़्वाहिश........-
हम तो हार मान जाते है
अपने बिगड़े हालातो से
पर वो दबे माहौल में भी
उठा सा नज़र आ रहा है
हम तो आशा छोड़ देते है
अंधेरे की छाव में
पर वो तो अपनी ज़िन्दगी
अंधेरे में ही चला रहा है
भूल जाते है रास्ता जब
तो, भय से घिर जाते है
अच्मबा होता है देख के कि
कैसे वो बिना रस्ता जाने
खुशी से रास्ते पे चला जा रहा
पता नहीं उसे कौन
रास्ता दिखा रहा है 🙄-
The skyline of a city changes with time.
But there are places that always grow and never recede, despite the glimmering skylines.
The slums.-
A little dal and a little rice,
Innocent victims of urban vice,
Why do we sit at ease and thank our stars?
Never bother about them and their scars.
A little dal and little rice,
A little love and help would suffice.-