Tu jitna jiske piche bhagega , vo tujhe utna he bhagayega ...
Dheeraj rakh ,
Jo tera hai vo tere pass khud chalkr ayega...
Apni kismat ki aajmaish na kr
Kisi ko pane ki u khwaish na kr...-
अपना बनाकर ही लोग बेगाना कर जाते है
तो क्यों कोई ऐसे जिन्दगी में रिश्ता बनाते है
बुझा हुआ दिया था मोहब्बत का जिन्द़गी में
संभालने वाले ही ,बेसहारा क्यों कर जाते है
वफ़ा क्या होती ये हमें कहाँ पता ,पर सुना है
वफ़ा करने वाले लोग ही बेवफा कहलाते है
गर ना हो तुम्हें रिश्ते में वफादारी की उम्मीद
तोड़ दीजिये रिश्ता ,,क्यों ख़ुद को तड़पाते है
मोहब्बत तो नहीं हो आप, पर क्या नाम दे रिश्ते को
आज हम अपने अलफ़ाजों से आप को सजाते हैं ।।-
कभी कभी ये बातें यूहीं सी लगती है,,
सच का तो पता नहीं ,,
झूठी ही सही ,,
पर दो पल की खुशी देती है ।।-
उसकी सुंदरता के सामने कामदेव स्वयं लज जाते हैं।
यार मैं कैसे कहूं उसके हुस्न को देखने के लिए दिन में सूरज और रात में चांद-तारे निकल आते हैं।।-
जब हम जिंदा थे तभी दुनिया कोई काम नहीं आए, काम के लिए और उन्होंने कटु व्यवहार और चपलता का रुख अपनाए।
यूं तो दुश्मन भी मरने पर रोते हैं,
जब हम मरे तो साले लाश को भी जलाने आ गए।।-
तुमने मुझसे कभी कोई वादा न किया।
मेरे संग ज़िन्दगी बिताने का इरादा न किया।
थोड़ी सी चिंगारी तो तेरे सीने में भी थी।
पर मुझसे इश्क़ करके इसे ज्यादा न किया।
तेरी ज़िन्दगी से मैं दूर भले हूँ।
पर तेरी यादों से कभी फासला न किया।
ये बात और है कि
तूने मेरे यादों को कभी ताज़ा न किया।
-
जिंदगी खाली सी है तेरे सिवा कुछ भी नहीं भाता है,
इन्हें टूटे हुए कांच के टुकड़ों में तेरा ही चेहरा नजर आता है।
मैं कैसे भूल जाऊं तुझको2,
मुझे तो अपनी सूरत में भी तेरा चेहरा नजर आता है।।-
उसके प्यार में इस तरह पागल हूं कि मुझे कुछ भी नहीं सूझता,
सुबह से उठते ही सबसे पहले व्हाट्सएप मैसेंजर पर उसकी चैट चेक करता।
कुछ तो लिखा होगा उसने मेरे लिए,
कुछ ना पाकर ये बेताबमन अकेलापन ही महसूस करता।।-
ए चांद तू क्या छुप-छुप के देख रहा है नीचे आकर तो देख।
तेरी सुंदरता भी फीकी पड़ जाएगी वहां पर मेरी महबूबा के सामने आकर तो देख।।-
वह मुझसे विश्वास की बात करती है, कि तुम्हें विश्वास नहीं आता।
अरे मैं कैसे विश्वास कर लूं ,क्योंकि रात रात भर उसका नंबर अन्य कॉल पर बिजी आता।।-