मनुष्य जीवन में सदैव ऊँचाई पर पहुँचना चाहता है , ऊपर उठना चाहता है और उसके लिए वो क्या कुछ नहीं करता , योजनाएँ बनाता है , षड्यंत्र करता है , याचना करता है , किसी से सहायता लेता है ,पर इतना सब कुछ करने के पश्चात भी कई बार मनुष्य ऊँचाई पर नाहीं पहुँच पाता , यदि पहुँच भी जाए तो कभी -कभी शीघ्र ही नीचे उतर जाता है , कारण क्या है ? उदाहरण कुछ इस प्रकार है कि यदि हमारा मन द्वेष और अहंकार जैसी भावनाओं से भरा होगा तो ये कभी ऊँचा उठ नहीं पाएगा , उठ भी जाए तो शीघ्र अति शीघ्र नीचे गिर जाएगा , तो इस मन को हलका करिए , अहंकार और द्वेष को त्याग दीजिए , इसके उपरान्त उड़ान भरकर तो देखिए आप स्वयं जानेंगे कि किन ऊँचाइयों में उड़ते हैं आप ।
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जब भी किसी राज्य का पतन हुआ है,
उसका भेदी कोई अपना विश्वासपात्र ही रहा है।-
समझ के परे हैं लोगों की बातें आदतें चलाकिया सोचता हूं एक कोर्स बना दूं जिसे करने के बाद कोई धोखा ना खाएं
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पीठ पीछे किसी की चुग़ली या हास्य व्यंग बनाने वालों और षड्यंत्र रचने वालों को ये अवश्य ज्ञात होना चाहिए की वो जो ये सब कर रहे हैं वो तरंगों के रूप में उस व्यक्ति तक ब्रह्मांड पहुँचा रहा है और वो ये जान लें वो नहीं उनका समय बलवान है तभी वो ऐसा कर पा रहे हैं परंतु वो शायद ये नहीं जानते की नियति किसी के अपराध शमा नहीं करती ।
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षड्यंत्र
कुछ पाप है कुछ श्राप है
इन से दुख के आभास है
कभी वाणी है कभी मौन है
दंड के यही तो कारण है
कोई छल है कोई प्रपंच है
विनाश का यही षड्यंत्र है
© khush rang rina-
Bahut shiddat se kaayroo ki fauj ke saath ladd rahe ho yeh jung..bahut ghamand hai tumhe apni galiyoon aur apni kayarta par. Pet aur Parivaar paalne ke liye vavsaaye hota hai naa ki uski aadh mei gutbaazi , dharambaazi yaa kiisi ka mazak aur izzat uchaalne ka license milta hai. Vavsaaye ka license pet aur parivaar paalne ke liye mila hai ,usse karo shiddat aur dharam karam se. Tumhaara karam sirf VOTE daalna hai VOTE bargalana ya DHAMKANA nai. Gundagardi se Vavsaaye nai hota..Kisne diya tumhe DHARAMADHIKARI ki Post???karam ki baat karte ho . agar bagal mei koi samanay vastu ki dukaan khole toh tum maarkaat macha dete ho. Kyu hai yeh UNION? Vavsaaye ki aadh mei tumne kittno ka mazaak udaya aur kitna ka dil masoosa hai. Dum aa jaaye toh karo pashchataap.Hamari marzi hum jo pehne odhe khaaye peeye tumhe takleef hai toh bano bapu ka bandar ya karo SHUTTER DOWN aur dhobi ke kutte sa jeewan vyateet karo. Tumhaari gattar lagi soch ko thoppo APNO par ,paisa hamara hamari MARZI.. Vavsaaye ki aadh mei Shadyantra ka SHUTTER uthate hai ..Jin galiyoon ke dum par tumne uss Draupadi ko nivastra kiya unhi galiyoon mei sab Draupadi banke ghumege aur KAALI bhi karegi danditttt!!!!!
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गर मन में चोर होगा
तब आवाज भी होगी
और शोरगुल भी...
आत्मिक शांति और सच्चाई
इंसान को भीतर ले जाती है..
ना वो फिर शोर करता है
और ना इल्ज़ाम लगाता है
ना ही षड्यंत्र रचता है ...
षड्यंत्र शुरुआत में तो खुशी देगा
मगर इंसान को कब खोखला
कर देगा समझ ही नहीं आयेगा ।।-
रिश्तों की खींचा तानी है
मन से बनाये नातो में, घुल गयी मनमानी है
क़िस्सा किसको सुनाए षड़यंत्रो का
सबकी अपनी अपनी कहानी है!!!
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विस्वास उस पर ही करो,
जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण हो।
बाकी सब कुछ कल्पना, कहानी
या फिर षड्यंत्र है।-