नहीं है मेरे पास कोई कीमती उपहार,
नहीं है मेरे पास कोई महफ़िल की बारात,
है तो मेरे पास सिर्फ तुम्हें देने के लिए जन्मदिन की शुभकामनाएं,
है तो मेरे पास सिर्फ शब्दों की बौछार,
रहो सदा खुश तुम करो सदा अपने जीवन में तरक्की तुम,
ना हो कभी उदास तुम ना हो कभी परेशान तुम,
मेरी दिल से यही दुवाएं हैं तुम्हारे लिए
मेरी यही आशा है हमेशा के लिए।-
किया था बहुत भरोसा उस रब के ऊपर,
पर मेरी किस्मत का तमाश... read more
अब तो चाँद भी मुझसे मुँह फुलाकर बैठा है,
मैंने कहा चाय लाई हूँ तेरे लिए ले इसे पी ले,
तो कहता है जब तक तेरा सनम तेरे पास वापस नहीं आयेगा,
तब तक मैं तेरे हाथ से ना कुछ खाऊँगा ना कुछ पियूँगा,
अब कैसे समझाऊँ उसे मैं उसे गए तो जमाने बीत गए,
अब वो कभी वापस नहीं आयेगा कभी अपनी आहट को मुझे महसूस नहीं करायेगा।-
उनकी यादें आकर हमें रोज रात में सताया करती हैं,
वो बात नहीं करते मगर उनकी परछाई रोज हमें अपना परिचय देती हैं।-
आज क्या है उसको जान समझ कर सूझ बुझ से निर्णय लो,
कल का सोचकर अपना आज मत खराब करो,
इर्ष्या द्वेष सब यहीं रह जायेगा जितना हो सके सबको प्यार बाँटो,
किसी के दुःख की वजह बनने से बेहतर है किसी के चेहरे की मुस्कुराहट बनो।-
सच्चे दिल वाले अक्सर इल्जामों तले दबे रहते हैं,
मकान हो उनका कितना भी ऊँचा भले,
फिर भी वो सबको कुड़े के जैसे दिखते हैं,
चाँदनी रात हो उनकी कितनी भी सुहानी,
फिर भी वो हमेशा हानि में ही जिया करते हैं,
वो भले ही निःस्वार्थ सबके लिए अपने आपको कुर्बान कर दें,
मगर फिर भी लोग उनको छोटा और तुक्छ ही समझा करते हैं।-
तेरे साथ साइकिल का सफर मुझे अच्छा लगता है,
तेरी आँखों से सुंदर दुनिया को देखना मुझे अच्छा लगता है,
तेरे साथ शांत राहों पर चलना मुझे अच्छा लगता है,
तू है गरीबी में भी मेरे साथ वफादार तेरा ये स्वभाव मुझे अच्छा लगता है।-
हवन कुंड में अक्षत की आहुति दे आज मैं किसी और की हो गई,
गले में अपने मंगलसूत्र डाल आज मैं किसी और के बंधन में बंध गई,
मांग में अपने सिंदूर भर आज मैं किसी और की गुलाम हो गई,
पैरों में अपने पाजेब पहन आज मैं किसी और की बेड़ियों में जकड़ गई,
हाथ में अपने चुड़ा पहन आज मैं किसी और के घर की खनखन बन गई,
तन पे अपने लाल जोड़ा पहन आज मैं किसी की दुल्हन बन गई,
जग के सारे सोलहो शृंगार कर आज मैं किसी और के घर की शोभा बन गई।-