सृष्टि के रचयिता ने मनुष्य को उज्जवल
प्रकाश,स्वच्छ वायु और निर्मल जल प्रदान किया, पर्यावरण रूपी अमूल्य भेंट का हमें दान दिया। किंतु मनुष्य ने अपने स्वार्थ के लिए इन सब को दूषित किया,
वायुमंडल का संतुलन डगमगा गया जीव जंतु, वनस्पति सब पर बुरा प्रभाव पड़ा।
मनुष्य का पर्यावरण पर आश्रित है जीवन, पर्यावरण के पांच तत्व: (वायु,जल,पृथ्वी,आकाश, अग्नि) से बना है मनुष्य का तन।
पर्यावरण को पहुंचाई गई हानि पडती है भारी,
इसलिए आती है कोरोना जैसी महामारी।
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