मेहनत कर मंजिल भी
मिलेगी मुकाम भी मिलेगा ...
जो आज कर रहे हैं पीठ
पीछे तेरी बातें आने -वाले
वक्त में उनका आगे होकर
तुझे सलाम भी मिलेगा ...-
तो तय ये हुआ था कि अब बात नहीं करेंगे l
उन्होंने सलाम करके हमारा गुरुर तोड़ दिया ll
تو تیے یہ ہوا تھا کہ ہم بات نہیں کریں گے-
انہوں نے سلام کر کے ہمارا غرور توڑ دیا--
ग़ुरूर तोड़ सलाम का क़ुबूल नामा,हमने भी दे ही दिया ।
बात ना होकर भी, नज़ाकत भरी आँखों ने बया सब कर ही दिया ।।-
सलाम उन्हें जिन्होंने अपनी वर्दी, रक्त से रंजित की,
अहले हिंद वतन की रक्षा खातिर, खुद की रूह खंडित की;
ज़िन्दगी तो वो जी गए, जो पल भर भी चैन से, जी ना पाए,
हिमालय की गोद में हंसते-हंसते, गर्व से अपना जिस्म लूटा आए ।
🖋️🖋️🖋️ Kumar Anurag-
जब से आया हूं सलाम नहीं किया है
क्यों तहज़ीब भूल गए हो क्या ??
यू आज कल बोहोत मुस्कुराए जा रहे हो "मन्नान"
किसी से दिल लगा लिए हो क्या ??-
Jab bhi hamara didar karne aaogi SALAM jarur karna magar lautate hue kabhi
ALLAH HAFIZ na kehena varna KABAR mai hume DARD se bhi jyada DARD shena hoga .-
"यूँ हीं" नहीं लिखना था कुछ भी, फिर भी लिख रहें हैं,
किसी ने "याद" किया है, इसलिए "सलाम" लिख रहें हैं।
🙏-