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कोई वजह इस जख़्मी दिल का अब मरहम नहीं बन सकता..
टूटे ना फिरसे सख़्त कर रखा इसे, अब नरम नहीं बन सकता..
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25 JUL 2020 AT 23:41
6 MAY 2020 AT 17:08
उदास तो होती है मगर रोती नहीं है,
वो मोम की गुड़िया अब बहुत सख़्त दिल है😊-
31 JUL AT 0:06
Suna hai bada sakht pehra hai dil par ab unke,
Lagta hai woh bhi mohabbat ke raste se guzre hain.
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22 JAN 2021 AT 19:47
ज़िंदगी के उतार चढ़ाव ने हमे जरा सख्त दिल जरूर बनाया है
मगर प्यार के हर रिश्ते को हमने पूरी शिद्दत से निभाया है-
7 JAN 2019 AT 22:29
नर्म से सख्त हो रही हु मैं
इन्सान हु पर पथ्थर दिल बन रही हु मैं
खुँब जलू तेरे इंतजार में
पर ना पिघलू ऐसी मोम बन रही हु मैं-
26 NOV 2020 AT 11:43
Koi andaaza nahi laga sakta,
Uss dil ki sakhti ka,
Jisse ehsaas takrayen,
Par harkat na ho.
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29 JUN 2020 AT 23:08
Hamesha se toh tum sakht dil nahi hî rahe hoge,
Kisi ne jarur tumhari masumiyat se khela hoga!!-
27 JUN 2022 AT 19:23
मिजाज़ से थोड़ा सख़्त जरूर हूँ
लेकिन कद्र करनी आती है मुझे
कद्र करने वालों की..!!!-