हाँ वो सच कह रहा है और तुम झूठ
लेकिन उसके सच पर तुम्हारे झूठ जैसी सरकारी मोहर नहीं है-
मेरा झूठ बिक गया !
सच की किस्तें बड़ी दर्दनाक हैं
लोग कह कर चले गए.....
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एक मुस्कुराते शख्स को मुस्कुराहट खोते देखा है
मैंने अक्सर आईने को मुझसे झूठ बोलते देखा है
तुम्हारी आँखों में डूबने की शदीद चाह थी इन्हें
मैंने इन आँखों को फिर समंदर होते देखा है
सच एक तरफ़ था सारे झूठ एक तरफ़
और फिर सच ने झूठ को सच होते देखा है
जो पिछली रात मुझमें मर गया खामोशी से
मैंने उस शख्स की खामोशी को चीखते देखा है
सियासत नहीं ये जादूगरी है सिक्कों की
यहाँ अक्सर ज़मीर को मुनाफ़े से हारते देखा है-
Man mai jo hai usse saaf saaf kah dena chahiye
Kyuki sach bolne se फैसले honge aur jhoot bolne se फासले honge-
हमें शिकायतें तो लोगों से है, जिन्दगी से अब क्या गिला।
मैंने देखा है अक्सर सच को भरे बाजार में जलील होते हुए, और झूठ मुस्कूराते हुए मिला।।-
Sahi galat ki taqraar mein...
Khud ki jeet aur dusron ki haar mein...
Sacche aur jhoothe pyaar mein...
Duniya mein jee rahe hain sab
Bas isi ahankaar mein...-
Sach aur jhooth me ho rhi ladai
“Kaun jeeta bhai?”
Jeeta to wo jisne aag lagai
Logo me ho gai judai
Par ye baat kisi ko na samajh aai-
झूठ एक दलदल, सच एक मजबूत सी डोरी... और
हिम्मत है, तेज धार वाली एक ऐसी कटार...🔪🔪🔪
जो एक ही बार में कर सकती है, इस डोरी पर तेज प्रहार 😝
अगर हिम्मत रख सच का साथ दिया तो बच जाओगे... 🙄🙄
और झूठ का साथ दिया,तो सीधे... दलदल में जाओगे... 🤣🤣
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