''yrrr' humne kya kaha tha aur tumne kya suna tha ye tumse behtar aur kaun jaan payega...
Main galat ya fir tum sahi nahi pata mujhe khair ye toh ab aane wala waqt hee batayega......?
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किस बात पर हम सब...
इतने घमंडी इतने अभिमानी हैं...
बनकर मिट जाने कि हम सब...
एक छोटी सी कहानी हैं...-
हर इक शख्स मुझे प्यार-ए-मोहब्बत सिखा रहा था,
क़ानून-ए-फ़ितरत जिंदगी का आईना दिखा रहा था।
मरहले ऐसे भी आए जब खुद को मा'बूद कह रहे थे ,
ये क़ुव्वत वाले दारुश्शिफ़ा को मयख़ाना समझ रहे थे।
हर्फ़ कुछ मौसम था और कुछ इसमें मशहूर हुए थे,
मुद्दतों बाद भी जमाना इश्क़ का और लफ्ज़ मस्लूब हुए थे।
क्या वो जमाना हमारा था जब सिर-आंखो पे मैं था,
एक जैसा खूबसूरत मौला दिखता सभी चेहरों पे था।
अब वो भी क्या काबिल शायर निकलना जो पसरा था,
मेरा लिखा फरेब निकला क्योंकि सोच के जो लिखा था।-
सब पूछते हैं, क्यों मैं इश्क़ मे कभी फना न हुआ ,
शुक्र हैं ख़ुदा का, मोहब्बत कभी मुझपे मेहरबां न हुआ;
इस दिल्लगी में यारों, कतले अक्सर खुलेआम मचती है,
सैकड़ों आशिकों की कुर्बान लाशें,सुबह-शाम सजती हैं।
🖋️🖋️🖋️ Kumar Anurag-
अब सारे दर्दो को दर्द से ही काट दिया करता हूँ
गम ख़ुद रख लेता हूँ,खुशियाँ बाँट दिया करता हूँ
चेहरे की ख़ुशी ने
Caption mai paden
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Chhoti si umar, Tuta hua dil aur
Bikhare sare sapne..
Aur sab sochte hain mere bare me
K mujhme khamoshi kyu chhayi hai..
Aadha sa pyar, Aadhe se dost aur
Adhoori si khushi..
Aur sab sochte hain mere bare me
K mujhme itni tanhai kaha se aayi hai..
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आसूं थें............बह गए
मन था..........भर गया
वक्त था.......बीत गया
वो इंसान था.......बदल गया-
अब कोई उम्मीद न रही,इस जमाने से।
सब छोड़ जाते हैं,किसी न किसी बहाने से।।-