शायरों की मिसालों में, मिसाल रहेंगे आप,
मंच पर हमेशा, ज़िंदा रहेंगे आप।
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11 AUG 2020 AT 22:38
11 AUG 2020 AT 18:24
दो गज़ ज़मीन सही मेरी मिल्कियत तो है
ऐ मौत तूने मुझको ज़मींदार कर दिया.!-
11 AUG 2020 AT 19:49
आँखे ढूंढ रही हैं तुम्हे
तुम गये तो गये कहीं
वो मौत है राहत साहब,
उधर जाने का नहीं-
11 AUG 2020 AT 20:13
11 AUG 2020 AT 22:59
"अलविदा"
बेतरकीब की है ये दुनिया यहां कहां कुछ अपना कहने को होता है,
ज़िन्दगी अपनी होके भी अपनी नहीं फिर भी अपनो से कैसा गिला होता है,
बड़ी सितमगर हैं ये ज़िन्दगी पर यहां जीना सब चाहते हैं फिर भी आखिर में बस मर जाना होता है।।
R I P राहत इंदौरी सर 💐💐🙏🙏
विशू की कलम से✍️✍️✍️
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