अच्छा हे की रिश्तो का कब्रिस्तान नहीं होता,
वरना जमीन कम पड़ जाती|-
❤️Dear Future Hubby❤️
I Hope You Will Accept My Proposal Without Making Me Wait-
रिश्तों में कभी जंग नहीं लगती
लेकिन जंग न लग जाये के डर से
बारिश में भीगना ही नहीं
वाली सोच से
रिश्ते धूल हो जाते है
दूर तक फैले रेगिस्तान की तरह
जहाँ फिर कुछ नहीं निपजता
फिर कितनी भी बारिश क्यूँ न हो
और
रिश्तों में पसरने लगती है
ख़ामोशी की नागफ़नी
जो बींध देती है
रिश्तों के होने के मानी-
A moment of Lust
is more than enough
to shatter
years of Trust-
मेरी एक मुस्कान पर
अपनी जाँ लुटाती है।
वो लड़की ज़रा सी नहीं
पूरी की पूरी बावरी है।
-
मोहब्बत भूल जाऊं गर तो तुम क्या हाल करोगी।
भुला दोगी मुझे तुम या थोड़ा बवाल करोगी।
मेरी तपिश में जल कर अज़ाबों को सह कर तुम,
अदा से दिल तोड़ने का सबसे अर्ज़-ए-हाल करोगी।
मिलोगी कभी तो शिद्दत-ए-एहसास बचाये रखना।
लिपट कर रोएँगे दोनों या तब भी सवाल करोगी।
तह-ए-ख़ाक में तुम दफ़न रखना मिरे सारे राज को,
वादा करो कि मेरे बाद भी खुद की देखभाल करोगी।
दर्द बनकर तुम्हारी सिसकियों में रहूँगा मैं ताउम्र,
मुझे नहीं पाने का तुम कभी नहीं मलाल करोगी।
फ़ुर्क़त का मत सोच , आ बैठ मिरे पास अभी के लिए,
इस ग़ज़ल को पढ़ कर अपना कितना बुरा हाल करोगी।-
अगर मैं तुमसे कभी
नाराज़ हो जाता हूँ।
तो ये ज़रूर याद रखना की
मैं तुम्हें अपना समझता हूँ
और तुमसे दूर रह कर
ख़ुद ही को सज़ा भी देता हूँ।
-
एहसान फरामोशों के मेले में
एक दिल सच्चा चाहते है।
माँ जैसा निस्वार्थ प्रेम करने वाला
एक साथी सच्चा चाहते हैं।-
पंद्रह दिन लगते हैं
चांद को रात हो जाने में।
मोहब्बत के लिए
एक पक्ष ज़रूरी है।
- सुप्रिया मिश्रा-