वो दूर बैठी है मुझसे ,तो मै क्या करूँ उसकी मर्ज़ी है ,उसे पूछ कौन रहा है। तुम्हे तरस है हमपे, तो ये पूछ आओ मेरे दोस्त गर इश्क़ नहीं उससे ,तो यहाँ रूठ कौन रहा है।
डालों से जब-जब पत्ते झड़ जाते हैं। घटती है तब नींद,..ख्वाब बढ़ जाते हैं। वो दिन भर बस हमसे लड़ता रहता है... जिसकी ख़ातिर हम सब से लड़ जाते हैं।। ✍️राधा_राठौर♂