Between
"I want this anyhow right now "
to
"It's okay, will adjust with old one",
A mother raised her offsprings.-
की…कुछ इस कदर
अल्फा था उनका…
कि…हर गली में
यार था उनका…
की… कहती थी की मुझे
अब प्यार ना होगा...
कि…कोई जा कर
उन्हे केह दो....
कि... तुम्हे प्यार होगा भी कैसे
तुमने इतने सारे जाल
जो बिछा कर रखी हो।।
-Nameless person
-
अंधेरों से जूझता, खुशियों की रोशनी को तत्पर और तैयार हूं मैं।
अभी तो कई चेहरे दिखाऊंगा तुझे हराने तक, याद रख, तुझसे भी बड़ा ऐयार हूं मैं। ®-
नंगे पांव जाते हो
देवि-दर्शन को।
फिर क्यों उन कदमों को
कैद कर लेते हो,
नारी के जिस्म को नोचते
हैवानों से बचाने को।
-
मैंने लिखकर रखा है तुम्हें किताबों जैसा,
तुम मेरे जाने के बाद भी दुनियां से रूबरू रहोगी-
ज़िन्दगी है मेरी मै हासिल कर लूंगी,
मंजिल तो दिख नहीं रही पर बेशक!
मै सही रास्ता ढूंढ लूंगी।-
आजकल कोई हरकत में क्यों नही नजर आ रहे हैं....
क्यों आज ये शहर वीरान से नजर आ रहे हैं.... जहा हरवक्त हुवा करती थी चहलकदमी....
ये रास्ते सुनसान से नजर आ रहे हैं ।-
Our books teach us practical knowledge is more important than bookish knowledge....
The teachers who teach us this lesson give more privilege to toppers...
"STRANGE"-
चलो आज कुछ अच्छा किया जाए । बेवजह सड़को पर आवारा ना घुमा जाए
घर मे बोरियत को हवाला न देकर
माँ-बाप से बच्चपन के किस्से सुने जाए
माना मंजिले बहुत दूर है सबकी
लेकिन कुछ दिनों के लिए ये सफर यही रोका जाए ।।
मंदिर ,मस्जिद,गुरुद्वारे, ना जाकर
क्यों ना बेसहारो को भरपेट खिलाया जाए-