M K Yadav 19 JUL 2021 AT 15:50 प्रेम के नाम पे कितना छल हैं।कदम-कदम पे उलझा दल हैं।त्याग की कीमत जान न पायाभागे प्रेमी बन बागी काया।है योद्धा तो जंग मैदान लड़ेगाशैतान रचेगा छल की माया।क्यों गाँव-गाँव खरात बटीघर की घर दहलीज लूटी।मजबूर नजर ने धोखा खायापगड़ी गिरी विश्वास न आयात्याग की कीमत जान न पायाभागे प्रेमी बन बागी काया। - Versha Verma 22 NOV 2017 AT 23:01 थाम लेना उन अल्फाजों कोजो आंखों से मेरी बहेगें।।उतार लेना उस गज़ल को .....दिल में, जो तुमसे हम कह ना सकेंगे।। - Aashi Sharma 21 OCT 2020 AT 20:20 करता हूं प्यार कितना तुझसे , अब कैसे बताऊं,कराने के लिए अहसास तुझे ,कितना सताऊ,अरे नहीं रह सकता जूदा तुझसे , अब क्या दूर होकर दिखाऊं ,करता हूं प्यार कितना तुझको अब कैसे बताऊं, - Versha Verma 31 AUG 2018 AT 20:09 दिल पर मेरे देकर दस्तक... खुद के दिल का किवाड़ लगा बैठे।। - Aniket Aniket 17 SEP 2021 AT 21:23 मे बहुत अच्छा हूँ👌 तुम्हारे लिए...!केवल...!! 🤫🤫 - Ashwin Herode 31 JUL 2020 AT 17:39 मोहब्बत जितनी थी उतनी लुटा दी,अब खाली जेब हमसे ये व्यापार नही होता।Mr_Ashwin - Savita Karna 22 AUG 2020 AT 19:23 हर बार तेरा पैंतरा ही अलग होता है ऐ जिंदगी! मुझे हराने के लिए,पर हमेशा से मेरे हौसले के सामने तेरा पैंतरा घूटने टेक देती है। - Nisha Sagar 6 NOV 2019 AT 22:32 हो रही थीं जाँचें नब्ज़ की मगर, 'कान्हा' तेरी मूरत का असर गहरा बड़ा दिल पर हुआ । - Versha Verma 20 JUL 2017 AT 23:20 कल की रात आपको लिखते लिखते ही बीत गयीतब तो ज़ाहिर है ,मैं पूरा हो गया होऊगा ......अरे , अभी कहाँ......... - raghav yadav 31 JUL 2020 AT 15:10 हम खुद बेच करते थे कभी।दर्द -ए-दिल की दवाआज वक्त ने ले खड़ा किया है हमे।अपनी ही दुकान पे। -