आशिकी का भी कुछअलग मिजाज है अपना,हमें गुलाब उनके बालों में नहीं,पौदेपे ही अच्छे लगते है।Mr_Ashwin -
आशिकी का भी कुछअलग मिजाज है अपना,हमें गुलाब उनके बालों में नहीं,पौदेपे ही अच्छे लगते है।Mr_Ashwin
-
प्यार का समंदर है मुझमे,तु पास आती है सुखा सा लगता है।Mr_Ashwin -
प्यार का समंदर है मुझमे,तु पास आती है सुखा सा लगता है।Mr_Ashwin
गुलबदन हो तुम,मैं मेरा नाम बहार रख दू।ये होठ है के पंखुळी,क्या उसका नाम गुलाब रख दू?Mr_Ashwin -
गुलबदन हो तुम,मैं मेरा नाम बहार रख दू।ये होठ है के पंखुळी,क्या उसका नाम गुलाब रख दू?Mr_Ashwin
जंग अब भी जारी हैऔरमैने हथियार छोड़ दिये,सामने वाला शक्स मुझे अपना सा लगता है।Mr_Ashwin -
जंग अब भी जारी हैऔरमैने हथियार छोड़ दिये,सामने वाला शक्स मुझे अपना सा लगता है।Mr_Ashwin
यूं आयने के सामने ज्यादा देर तक मत बैठा करो,मेरी ख्वाइश है की मुझसे ज्यादा तुमसे कोई प्यार ना करे।Mr_Ashwin -
यूं आयने के सामने ज्यादा देर तक मत बैठा करो,मेरी ख्वाइश है की मुझसे ज्यादा तुमसे कोई प्यार ना करे।Mr_Ashwin
हूं मैं भी अमीर अरमानों से,ख्वाइशों ने कर्जदार बना दिया।Mr_Ashwin -
हूं मैं भी अमीर अरमानों से,ख्वाइशों ने कर्जदार बना दिया।Mr_Ashwin
सिर्फ तेरी तस्वीर है मेरे पास,वो भी मैने मुझसे छुपाकर,किसी बड़ी किताब में छुपा रखी है।पन्ने का नंबर 155 है ये भूल चुका हु।Mr_Ashwin -
सिर्फ तेरी तस्वीर है मेरे पास,वो भी मैने मुझसे छुपाकर,किसी बड़ी किताब में छुपा रखी है।पन्ने का नंबर 155 है ये भूल चुका हु।Mr_Ashwin
सारे नये पुराने रिश्ते पिछे छोड़ आया हूं,मैं तेरी गली छोड़ आया हूं।मुझे तुझसे बेइंतहा मोहब्बत है तु समझाकर,मेरी मजबूरी है मैं शहर पैसा कमाने आया हूं।Mr_Ashwin -
सारे नये पुराने रिश्ते पिछे छोड़ आया हूं,मैं तेरी गली छोड़ आया हूं।मुझे तुझसे बेइंतहा मोहब्बत है तु समझाकर,मेरी मजबूरी है मैं शहर पैसा कमाने आया हूं।Mr_Ashwin
किसिके होते किसीके हो रहे है,ये कैसी ख्वाइश है जो दिल में सर उठा रही है@azharये कैसा रिश्ता जोड़ गई हो तुम,तु सिर्फ मुझसे रूठा है, या रिश्ता अभी टूटा नही है?Mr_Ashwin -
किसिके होते किसीके हो रहे है,ये कैसी ख्वाइश है जो दिल में सर उठा रही है@azharये कैसा रिश्ता जोड़ गई हो तुम,तु सिर्फ मुझसे रूठा है, या रिश्ता अभी टूटा नही है?Mr_Ashwin
तुझसे बिछड़ जाने का गम क्यूं करे हम,सोते हुए तकिया गीला क्यूं करे हम।मोहब्बत अगर थी तुम्हे भी,अकेले इस आग में क्यूं जले हम।Mr_Ashwin -
तुझसे बिछड़ जाने का गम क्यूं करे हम,सोते हुए तकिया गीला क्यूं करे हम।मोहब्बत अगर थी तुम्हे भी,अकेले इस आग में क्यूं जले हम।Mr_Ashwin