राज को राज यू ही नहीं रखा जाता
दिल ना टूटे किसी का इसलिए
कुछ बातों को हैं पर्दे के पीछे किये जाता-
मुंह में पान, जुबां पे गली l
ये बनारस की कहानी है पुरानी
हाथो में हाथ रखकर अस्सी घाट पे बाते l
सच्चाई देखनी हो तो, मनिकनिका क्यू नही आते ।।
यहां भैरो का तांडव, बुद्ध की शांति
मां गंगा की प्रेम निराली ।।
भांग का गोला,गांजा की खुशबू l
सब अलभांगर है, यहां पुजारी।।
मुंह में पान, जुबां पे गली l
ये बनारस की कहानी है पुरानी
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गुलाबी रदपट से चुम्बन कर लो न
प्रियतम मेरे,घाव बहुत ही गहरा है
रसना से रसना मिल जाने दे पिया
हृदय में प्रेम का दरिया क्यूँ ठहरा है
भर लो न बाहों में मुझ आवारा को
सदियों से एकांकी जीवन मेरा है
दो पल केशों की छांव में रख लो न
देखो सामने बेदर्द तपता सहरा है
अरे ओ ज़ालिम पल भर ठहरो न
अभी तो जाता लम्हा भी ठहरा है
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Come !
My tawa (the black pan)
has innumerable tales to entertain you.
One, specially,
that
how sorrows are cooked here, into
delicious laughter.-
हमें लगा हमें देख कर लाली लगाती थी
पता तो अब चला कि वो गुटखा खाती थी
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कुछ बातों से अंजान रहना ही अच्छा है
कभी-कभी सब कुछ जान लेना
भी तकलीफ देता है.!-