मैने कब कहा, की तू बेवफा है,
लेकिन,प्यार मेरा एक तरफा है,
मेरा ख्वाब जिससे मिलता है,,
तो बिल्कुल वैसा, दिखता है...-
Bas ek baar muskura kar
Mera Naam lo...
Agr Bhoola na diya tumhe, fir..
Mera Naam lo..
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Tujhe pta hai? Tere Jaane ke baad kya hua.....
Yu to mai tha barbad yu mai or thoda sa
Hua....-
तुम पुकारते रहोगे हमे हमारे नाम से..
हम मुड कर देखेगे तुम्हे तुम्हारे नाम से...
मैं बशीर से भी मुतासिर हुआ हूं थोड़ा सा.,
छोड़ दिया उसे देखा नहीं, किसी के नाम से..-
تیری ذات ہے عزوجل..
تو ہر مشکل کا حل..
ہر سمت ہے تیری دھوم
یاحَییُّ.... یاقَیّوم
(nfak)-
तुम्हारी तोहमत आला है बदनामियों तक न पहुंचे
दुआ करो मेरा हाथ फिर से कहीं जाम तक न पहुंचे
अफवाहों पर ध्यान न दो जब तक बात अंजाम तक न पहुंचे
मुझसे बेरुखी कम रखो, ये बात आवाम तक न पहुंचे
दिल में गीले शिकवे कम कर दो, मलाल तक न पहुंचे
आज बात सिर्फ़ लब तक है, कल सवाल तक न पहुंचे
मैं तो बिगड़ा हुआ हूँ, इस ज़माने ने मुझे बिगाड़ दिया
मुझे तो बस डर है कि बुराई कहीं तेरे नाम तक न पहुंचे-
दिल लगाने कि साज़िश करी है अगर
जुर्म तुमसे हुआ है सज़ा पाओगे
आशिकों की तरह जान की याद में
ज़ख्म कितने हैं सीने पे दिखलाओगे
क़ुर्बत-ए-यार में जो सुकूं था मज़ा
क़ुर्बत-ए-ग़ैर में जा के घबराओगे
इश्क़ में है ज़माने में ये नाम वर
कुछ न आता नज़र कुछ न आता नज़र
अब जो आऐ हो तुम पास रोते हुए
हमने पहले कहा था कि पछताओगे-