Shahar bhar m ek he pehchaan
hai humri...,,
Muskurata chehra aur
nawabi adaiye-
Kiradar Mera bhi शाम ए अवध sa Gulabi Ho Jaye...
Agar Tum Aa Jao To Ishq Mera Nawabi Ho Jayee....-
याद तो रात को आई थी;
सारी रात कहा सोयी थी..
बस आंखों में आंशु थे
फिर भी दिल से कहा रोये थे..
सबसे पहले विश करने वाला,
की याद करके बस उसी की यादो में खोये थे
जब घर पे कोई नही था, बहुत रोये थे..
सुबह हुई, सब नार्मल हो गया..
और मन कहने लगा भूल जा उसे जो हो गया वो हो गया..!-
बड़ा कठिन है रास्ता जो आ सको तो साथ दो
ये जिंदगी का फासला मिटा सको तो साथ दो
बड़े फरेब खाओगे बड़े सितम उठाओगे
उम्र-भर का साथ है निभा सको तो साथ दो
जो तुम कहो ये दिल तो क्या मैं जान भी फिदा करुँ
जो मैं कहूं बस एक नजर लूटा सको तो साथ दो
हजार इंम्तिहान यहाँ हजार आजमाइशे
हजार दुख हजार गम उठा सको तो साथ दो
ये जिंदगी यहाँ खुशी गमों का साथ साथ है
रुला सको तो साथ दो हँसा सको तो साथ दो.!-
तुम्हे गुलामी पसन्द है , जी भर करो
हमे नवाबी पसन्द है ,हम वही करेंगे ..!!
~ हिन्दुस्तानी-
Ik kudi Punjabi, utho Honth Gulabi...
Munda Nawabi, wekh hoya Sharabi...!!-
Kya kahe kya baat hai Lucknow,
Har vo chupa hua alfaaz hai Lucknow, Tehzeeb-e-Tameez ka gulistan hai Lucknow,
Buzurgon ki nimat aur meri jaan hai Lucknow.-
न कोई मयकदा ऐसा न कोई जाम मज़ा दे
हां मगर लखनऊ वालों को यहां शाम मज़ा दे-