तेरी तारीफ़ में और क्या लिखूँ मैं
ख़ुदा की सबसे अफ़ज़ल तख़्लीक़ है..!-
जब भी ज़माने से मिले दर्द "शिव" सब हर लेता है
मुश्किलों से वो नहीं हारेगा जिसमें "शिव" घर लेता है!
ज़माने से वफ़ा करके दगा ही मिला मुझे अपनों
से अब नादां दिल "शिव" तेरा ही हर पहर लेता है..!-
तुम्हारी याद आई तो कहीं पर बैठ जाएंगे,
कभी फिर मुस्कुरायेंगे कभी आंसू बहाएंगे।
हमें डर है कदम वो जो बढ़ेंगे दूर जाने को,
वो जाएंगे जरा कम और ज्यादा लौट आएंगे।
हमें तो गाँव जंगल और नदियाँ चाहिए थी ना?
तो फिर ये कब हुआ? बम्बई में अपना घर बनाएंगे।
हमारे जिस्म के अंदर तो कोई भी नहीं रहता,
अगर हम मर गए तो कौन से पिंजरे से जाएंगे।
मेरी आँखों मे सागर सात रहते हैं मेरी जानां,
तुम्हें ये क्यूँ लगा था सिर्फ तुमको ही बहाएंगे।-
#khayal
Kuch haqiqat ki boonde
Mere sapno par giri hai,
Ye jaado ki nagri hai,
Ye mehez sheher toh nhi hai.-
चाहत है उनके हर एक अंग तक मैं पहुंच जाऊं
रूह तो है सिर्फ़ मेरी बदन भी अपना बना पाऊं.!-
दिल तो ले ही लिया है मेरा
अब मेरी ज़ुबान लोगे क्या,
मैं प्यार नहीं करती तुमसे
ये सब ख़ुद से मान लोगे क्या,
और तुमसे दूर हूँ तो यक़ीन
मानो जी मैं भी नहीं पा रही हूँ,
जब से मिले हो रुला ही रहे हो,
बोलो अब जान लोगे क्या..!-
तुम्हारी किसी बातों का अभी कोई ज़वाब नहीं है मेरे पास,
तुम ही हो दिल के अंदर, ये कहने को अल्फ़ाज़ नहीं है मेरे पास,
मैं, तुम, एक छोटी-सी दुनिया, और बहोत सारी ख़ुशी
बस इतने से ही हैं, कोई ज़्यादा ख़्वाब नहीं है मेरे पास..
तेरी ही तरह बहला सकती, मैं भी 101 तरीकों से तुम्हें,
मग़र क्या करूँ ज़ालिम, तेरी वो किताब नहीं है मेरे पास.
आओ, थोड़ा प्यार दो, जब मेरे बन गए तो चले जाओ,
मैं बुरी जरूर हूँ मग़र तेरे ये जैसे अंदाज़ नहीं है मेरे पास..
हाँ, चलो झूठा ही सही प्यार तो नज़र आया तुम्हें मेरी नज़र में,
नहीं मानना तुम्हें तो मोहब्बत का मेरी कोई हिसाब नहीं है मेरे पास..!-