Dear society
चलो आज कुछ आपसे मैं बात करती हूं
पर मेरी है ये ज़िन्दगी और ये बात मैं साफ करती हूं
अपनी ज़िन्दगी तो जी ली आपने
तो मेरी मे दखल ना दो
अपनी अकल तो सम्भल नहीं रही
अब आप मुझे अकल ना दो
खुद पर विश्वास रख कर अच्छे मैं अपने हालात करती हूं
पर मेरी है ये ज़िन्दगी और ये बात मैं साफ करती हूं
छोटे कपड़ों से ले कर शादी तक
गिरने से ले कर बर्बादी तक
कमाल किया है आपने
अरे गरीबी को तो छोड़ो
कपड़ो पर भी सवाल किया है अपने
अब घर लौटने मे मैं शाम करूँ या रात करती हूं
पर मेरी है ये ज़िन्दगी और ये बात मैं साफ करती हूं
बक्श दो हमारी ज़िन्दगी को,
इसे बीच बाजार मे ना उछालो
छोड़िये चिंता करना हमारी
आप अपने बेटे को सम्भालो
आपकी इस अंधी नगरी मे, मैं आज इन्साफ करती हूं
पर मेरी है ये ज़िन्दगी , और ये बात मैं साफ करती हूं
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