भगवान तो सबके लिए एक ही है
बस सब भगवान के लिए एक नहीं है
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જીવો અને જીવા દો નો સંદેશ આપ્યો.....
અહિંસા પરમો ધર્મ નો માર્ગ બતાવ્યો......
જ્ઞાન,દર્શન,ચારિત્ર નો અર્થ સમજાવ્યો....
નસીબદાર છું, કે ચરણમાં સ્થાન મળ્યું....
ક્ષમાપના ના પગપંથ પર ચાલવા મળ્યું....
સંયમ અને ત્યાગ નો ખરો માર્ગ ચીંધ્યો....
મહાવીર જનમકલ્યાણની
હાર્દિક શુભકામના 🙏🙏
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जन-जन में सत्य, अहिंसा व प्रेम जगाये ।
दूर हम सब वैर, पाप और ईर्ष्या भगाये ॥
परोपकर कर दीनों पे हम सब इस बार,
आओ आर्यो हम महावीर जयंती मनाये ॥-
Satya, ahinsaa dharma hamara
Navkaar hamari shaan haa,
Mahavir jaisa nayak paaya
Jain hamari pechaan haa...
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देव-देवियों ने मंगल गीत गाया है,
नगर नगर डगर डगर आनंद छाया है,
सबने मिलकर फिर दोहराया है,
मेरे वीर प्रभु का जन्मोत्सव आया है।
सारथी ने प्रभु को रथ पर बैठाया है,
कोई आरती थाल कर सजा लाया है,
'जय महावीर प्रभु' का जयकारा लगाया है,
मेरे वीर प्रभु का जन्मोत्सव आया है।
आज फिर ग्वाले ने जो हाथ लगाया है,
फिर तो रथ चलता ही पाया है,
प्रभु का पंचामृत अभिषेक कराया है,
मेरे वीर प्रभु का जन्मोत्सव आया है।
हम भक्तों पर इनकी छत्र छाया है,
दुःख की घड़ी में इनको संग ही पाया है,
तीनों लोकों को आज हमने बताया है,
मेरे वीर प्रभु का जन्मोत्सव आया है।-
बड़ा ही ख़ास दिन है आज।
मेरे वीर प्रभु का जन्मोत्सव है आज।
त्रिशला माता के है वो राज दुलारे।
पिता सिद्धार्थ के हैं नयनों के तारे।
बड़े है अतिशयकारी है हमारे महावीर।
टीले पर रह कर झरायें गाय का क्षीर।
चाँदनपुर की नगरी भी धन्य हो गयी।
वर्धमान के दर्शन पाकर प्रसन्न हो गयी।
कुंडलपुर वाले बाबा बड़े निराले हैं।
सभी भक्तों के ये दुःख हरने वाले है।
पावापुरी से जब वीर जी मोक्ष पधारे है।
दीये जला कर दीपावली मनाते सारे है।
प्रभु मेरी बस इतनी इस अरज सुन लेना।
मेरे जीवन हर पल खुशियों की धुन देना।
इस नयनों को हो सके आपका दर्शन।
जैनी कुल में ही मुझे हर बार जन्म देना।
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~Tirthankar Mahaveer Swami~
Born with all the riches and wealth, He still decided to choose the path of Detachment.
Had all pleasures since birth, He saw his karma getting washed in the discomforts of life.
Having a beautiful body, He was still hammered nails in His ears.
"Bearing pains caused by others, He thanked them for helping Him wash off His bad deeds,
also shed tears as He couldn't help them back".
It took Him 27 births to loose his karmas and gain Salvation, Freedom from the process of births and Deaths, pains and pleasures and soul in a complete state of meditation!
Happy Mahavir Janma Kalyan.
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आज कई दिनो के बाद भगवान के द्वार पर कदम रखा
अब उनकी इच्छा से ही होगी हमारी शरुआत-