जितनी थी सब तुझपे ही लुटा दी।
अपने दिल से मोहब्बत की हस्ती ही मिटा दी।।-
वह दौर भी गया
जब हम सब कुछ लुटा
कर भी तुम्हें पाना चाहते थे
अब तुम मुफ्त में भी मिलोगे तो
yeh
kabul
nhi
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁-
आज रुक्सत कर चले जिंदगानी अपनी...!
आज फिर से लिखेगे कहानी अपनी....!!
चाहे तो लिख दे वफ़ा_एं इश्क का नाम...!
जिस पर लूटा चले जिंदगानी अपनी...!!-
एक शक्स पर अपनी दुनिया लुटा दी हमने...
नादान समझकर उसकी हर गलती भुला दी हमने...!!
मत पूछो हमसे हमारे दर्द की इंतेहा यारो...
महफ़िल छोड़ते वक्त महफ़िल तक रुला दी हमने...!!
-
Ek umr kharch kar di Humne Mohabbat per,
Ab Mohabbat Luta Raha Hun main.-
खामोशियां बयां कर देती है।
कौन कितना टुटा है।
यू बाहर से हसते हुए हर् चेहरे को।
किसी ने बड़े अंदर तक लूटा है।।
-
Hame to apno ne Luta gairon me kaha dam tha...
Hamari kashti wahan doomi Jahan Pani kam tha...
Ab aap kahenge vahan Gaye kyu the...
Gaye nahin the le Jaya gaya tha apno ki kashti mein dumaya gaya tha...-
गलती तेरी नहीं थी, गलती तो मेरी थी,
जो में अपना सब कुछ तुम पर लुटा बेठां...!!
-
टुटा-टुटा एक परिंदा ऐसे टुटा
कि फिर जुड़ ना पाया ,
लुटा-लुटा किसने उसको ऐसे
लुटा कि फिर उड़ ना पाया-
E-Jindagi tune bhi kya khel khela h ...
Kahin bane ger bhi apne ....
Kahin apnone hi lutha h...-