उसे देखते ही मेरा चेहरा यूं खिल जाता है
जैसे उसके होने से मुझे सब कुछ मिल जाता है
कैसे बताऊं कि वो क्या है मेरे लिये
उसे देख लूं बस एक बार तो
मेरा पूरा दिन बन जाता है
रहूं कितना ही शांत क्यूं ना मैं
या फिर रहूं उदास मैं कितना भी क्यूं ना
उसकी एक हंसती हुई आवाज सुन लूं
मेरा उदास चेहरा भी फिर मुस्कुरा सा जाता है..
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