बातें खूबसूरत थीं, और सूरत भी लाजवाब थी। नशे में चूर हो गया, आँखें उसकी शराब थी।। चलो अच्छा हुआ, जो नशा उतर गया उसका। अच्छी तो बहुत थी, पर सेहत के लिए खराब थी।।
✰✰✰✰✰✰✰✰✰✰✰✰✰✰✰✰ Kabhi chehre per masumiyat to kabhi aakhon me aag hai... Mizaaz-E-Andaaz kya bataye wo to lajawaab hai... .............................................................