سنانے لگا تھاوہ ہر ملاقات میں اپنی مجبوریاں صاحب
ہم نے بھی خدا حافظ کہہ کر اسکی مشکلوں کو آسان کردیا
Sunane laga tha wo har mulaqat me apni majboriya sahab
Ham ne bhi khuda Hafiz kah kar uski mushkilo ko asaan kar diya
✍️رائٹس۔ناعمہ اصلاحی-
एहसास की जो ज़ुबान बन गए,
दिल में मेरे मेहमान बन गए,
आपकी तारीफ में क्या कहें,
आप हमारी जान बन गए...!!!-
"खुदा हाफिज़"
मुझसे खुदा हाफिज़ कहके,
बो किसी और से बात करता रहता था
और में सिर्फ उसका ही इबादत करती रहती थी
मुझसे इश्क़ हे कहके, किसी और पर अपना मोहबब्त निछबर् करता रहता था, मुझसे खुदा हाफिज़ कहके वो घंटो तले किसी और से मोहबब्त भारे बात करता रहता था, बो मुझे नाराज़ करके उसहे मनाया करता था, बो मुझसे खुदा हाफिज़ कहके उसको ना जाओ छोड़ के ऐसा बोला करता था, वो मुझे खुदा हाफिज़ कहके किसी और से मोहबब्त किया करता था।।-
मुझे अपने प्यार के अलावा किसी पे भरोसा न था
अब कहाँ जाऊ,जब वो ही वेबफा निकला!!💔💔-
जख्मों से मरहम तक,
जुदा से मिलान तक,
डोली में बिठा के दफ़न तक्क,
तेरे संग हूँ आखरी कदम तक....
तेरे संग हूँ आखरी कदम तक....
-
जो तेरी हिफाजत करें उम्र भर
मुझे तेरे गले का वो ताबीज होना है
रुखसत लूं इस जिंदगी से
पहले तेरे संग खुदा - हाफिज होना है
-
کوئی کسی کے لیے
نہیں مرتا صاحب۔۔۔
آنے والے کو بسم اللہ
جانے والے کو خدا حافظ-