Itni bhi kya narazgi,
Itna nhi kya gussa,
Thoda pyar hi sahi,
Or thodi naadani....,
Bas.....,ab uska itna hi zikr h,
Wo khaab mera or hakikat kisi
or ka hai..-
Raatein use soch guzar jaati hai
Din uske khabo mai,
Jo thoda waqt hota hai mere pass,
Wo use bayan Karne mai guzar jaata hai.....
-
Na koi raaz hai wo,
Na koi hakikat hai,,
Bas ek khaab hai,
jo mai khuli aankho se dekhta hu...-
ये उस रात के ख्वाब की बात है।।
इत्तेफाक से उसका मुझे मिलना
और फिर....
मिलकर यूँ रूबरू हो जाना
उसका यूँ धीरे से बोलना
और फिर...
मेरा उसमें ही गुम हो जाना
दूर होकर भी उसे महसूस करना
और फिर....
मेरा रातभर न सो पाना
हाँ!
ये उस रात के ख्वाब की बात है।।
-
महज एक खाब था
नींद में सही वो मेरे पास था
हाँ, वो महज एक खाब था
कत्ले-ए-आम हुआ उस रात था
मेरे दिल में मिला उसका नाम था
कमजोरी जान ली सारी मेरी
जब उसने पिलाया वो जाम था
वो महज एक खाब था
हाँ, वो महज एक खाब था-
जिम्मेदारियां जाने या अपने जूनून पर जोर दें
अभी अपने हालात देखें या रास्तों पर गौर दें
उस मोड़ पर खड़ा हूं जो जिंदगी तय करेगा
असमंजस किस रास्ते को चुनें और किसे छोड़ दें
दिल कहता है अपने सपनों के रास्तों से तू जुड़ता क्यूं नहीं
करीबी कहते हैं तेरे पंख उड़ने के काबिल है उड़ता क्यूं नहीं
जल्दी पिघल जाता है मेरे दिल का मिजाज कुछ सख़्त कम है
जिसे लगती हो लगे जिन्दगी तमाम मुझे लगता है वक्त कम है
तमाम दुनिया आंखों के कैमरे में कैद करनी है शरीर खोने से पहले
तमाम तस्वीरें छोड़ जानी है जमाने में मेरे तस्वीर होने से पहले-
कल रात में मैने सपना देखा
उनका हाथ अपने हाथ में देखा
इतफाक था या थी कोई साजिश
पर जो भी था बडा दिलनशीं ख़्वाब देखा।-
हकिकत में हमें तडपा के सुकून नहीं मिला
जो खवाबों मे भी किसी गैर के साथ आते हो..-