QUOTES ON #KASHMAKASH

#kashmakash quotes

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23 JUN 2020 AT 8:26

Ek ajeeb sa kashmakash hai
Usme bhi yeh sukoon kaisa?
Ab jo tu mila iss dil ko tasalli hui
Sayad Isse bhi chahat tha koi tere jaisa🧡

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4 FEB 2021 AT 0:16

वो अनचाही अलविदा की कश्मकश है जनाब,
अगली मुलाकात का ख़्वाब सजाए इन्तज़ार कोई ।

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25 NOV 2020 AT 14:55

मिट्टी सा है जीवन सबका
पर हर कोई
जीवन का शिल्पकार कहाँ...!


सबकी अपनी ज़हमत,अपनी-2 तृष्णाएं
बताओ इन नयी-2
कामनाओं का आधार कहाँ...!


रास्ते अलग, वास्ते अलग, चलना फिर भी
बदलते स्वरूप में
सबका मनचाहा संसार कहाँ...!


किसी की आँखें नम, किसी को दौलत भी है कम
बस मिल जाए मुट्ठी भर खुशियां
ऐसा कोई बाज़ार कहाँ...!


मनमर्ज़ी, खुदगर्ज़ी बेहिसाब तेरे में भी होगीं "रूचि"
सोने की चमक सा बेदाग़ हो
मिलता ऐसा कोई किरदार कहाँ....!!

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20 APR 2019 AT 7:56

इसी कश्मकश में अब ये
सारी रात गुज़र जाए
में छत पर आ जाऊ
और वो बादलों में छिप जाए

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26 JUN 2019 AT 16:50

Ek ajeeb si kashmakash hain!

Tujhe jitni bhi bhulne ki kosis karo
utni hi teri yaad ati hain
Ek jhooth ka mukhota
pahenna padta hain ,
Andar hi andar chahe kitni bhi roti raho bahar nikal te hi sabke samne haasna padta hain !

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14 JAN 2019 AT 21:50

Tujhe auron ki tarah smjh kr dil se utar diya tha, Magar nikla tu auron se juda, ab fir se tujhe dil me basau to kaise?

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15 APR 2020 AT 19:44

शॉर्ट-कट की राहें मंजिलों में आगे जाकर रुकावट बन जाती है,
मेहनत की सीढ़ियां देर से ही सही मगर सही जगह तो पहुंचाती है।

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20 MAY 2019 AT 15:26

इज़्तिराब और बेबसी,कशमकश राहों में भर गई,
छुपे आँसू,दिली एहसासों को महफ़ूज़ रखते हैं।

हर ठोकर दर्द बढ़ाकर,ख़ामोश से नज़ारे कर गई,
हकीकत-ए-ज़िंदगी में,इसको ही तजुर्बा कहते हैं।

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1 MAY 2022 AT 20:08

"जाने किस कश्मकश में हो तुम आज भी ",..??? जो इन सूखे गुलाबों में बीती आशिकी को ढूँढ़ने लगे हो ...

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13 APR 2021 AT 10:53

कहीं टूट के बिखर जाये ना भरम, होंठ हिलाऊँ कैसे..
अब चाहे हाल जैसा भी है, लोगों को बताऊँ कैसे..
खुश्क आँखों से भी, अश्कों की महक आती है..
भला, मैं तेरे ग़म को ज़माने से छुपाऊँ कैसे..
अब तू ही बता मेरी यादों को भुलाने वाली..
मैं तेरी याद को इस दिल से भुलाऊँ कैसे..

दिल घायल न होता तो तेरे दर पे हाथ फैलाता..
ज़ख़्म ले कर तेरी दहलीज़ पे, आऊं कैसे..

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