Prem ka dhaaga abhi kachcha hai
Par use ishq mujhse sachcha hai
Yaar wo mera achcha hai
Ki wo apni maa ke liye aaj bhi bachcha hai-
वस्ल ए यारा को दरिया के पार जाना था
बहता था वो दरिया, कच्चा वो घड़ा भी था।-
कच्चा-पक्का प्रेम,
प्रेम में परिपक्व होता हैं प्रेम..!
समय की आँच पर,
धीरे-धीरे,
हृदय कहाड़ी में,
पकता हैं प्रेम..!
कच्चा-पक्का प्रेम,
कलछी के थपोडे से,
ऊपर-नीचे, दायें-बाएँ,
प्रेम स्पर्श और प्रेम-दूरी से,
प्रेम में परिपक्व होता हैं प्रेम..!
कच्चा-पक्का प्रेम,
समय की आँच में तपकर,
प्रेम चाशनी में नहाकर,
और भी मीठा हो जाता हैं,
कच्चा-पक्का प्रेम..!
कच्चा-पक्का प्रेम,
प्रेम में परिपक्व होता हैं प्रेम..!-
लबों से कच्चा है तू ,
हरकतों से लुच्चा है तू ,
कैसे तुझे ना सोचूं ?,
आँखों से सच्चा है तू ।-
मैं बुद्धि से थोड़ा कच्चा हूं
इसलिए किसी की बातों में जल्दी आता हूं
और अगर चालाकी आती भी थोड़ी सी,
तो यू खिलवाड़ न होता हमसे।।।।-
घर कच्चा हो चलेगा,दिल सच्चा और पक्का हो,
मैंने अक्सर पक्के मकानों में दरारें पड़ते देखा है।-
Lafzon k khel mein main kachcha he sahi
Badi duniya mein main bachcha he sahi
Tum mano ya na jazbaat mere pakke hai
Phir chahe main jhuta tu sachha he sahi
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लोगों की नजरों में पहला प्यार अच्छा होता है,
लेकिन मेरी नजर मे पहला प्यार कच्चा और आखिरी प्यार सच्चा होता है ।-
and stay patient
life's cycle runs on a kachcha
road and not on a highway-
Nira anpadh bilkul kachcha hai dil
Ishq ke madarse mein daakhila karana hai
निरा अनपढ़ बिल्कुल कच्चा है दिल।
इश्क़ के मदरसे में दाख़िला कराना है।।
#आहतबोल-