Tum Kya ?
Sach Mein Kabhi Mere The......
Ya YEH Bhi Kai Mere Dil Ka Koi Vaham To NAhIn Tha...-
मैं झूठी हंसी रखता हूँ चहेरे पर तो
लोगों को लगता है, मैंने कुछ खोया नहीं....
खोया तो मैंने भी है...बस मैं
सारी दुनिया के सामने कभी रोया नहीं।।
💔💔💔-
Aaj Bchpan ki tasver dekh rona aagya
Us pal us mushkuraht ko dekh
Aaj dil phir kahi kho gya
Najane kab bith gye vo lamhe
Na jane kab jhot bol kar hnsna chod
Hanskr jhot bolna aagya..!-
जनाव
कहाँ से लाते हो महफ़िलों में
इतनी झूठी हंसी,
लगता है तुम भी सताए हुए हो किसी की
मोहब्बत में ?
हमने तो अक्सर तुमको
अकेले में रोता हुआ देखा है!
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Hotho pe jhuti hasi lye hazaaro chehro se mile
Sahi kehte thy tum aankhe jhut nhi kehti
Lekin har kisi ko fark nhi pdta-
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कभी कभी ख्याल आता है
क्या होती है ज़िन्दगी.,
छोटी छोटी बातों पे नाराज हो जाना
और ये झूटी हंसी।
अधूरा सा लगता है सबकुछ
सब साथ होके भी साथ नहीं
कुछ अधूरे ख्वाब
कुछ अधूरे सपने..-
मैं "अकेला" तो नहीं हूं,
"शाम" के साथ "तन्हाइयां" लेकर..
और भी कुछ "लोग" यहाँ,
नज़र आ रहे हैं,
चेहरे पर झूठी हँसी लेकर...-
ऐ - वक़्त
मुझे फिर से उनका परखना
मुझे फिर से आजमाना
कभी आईने में चेहरा
जो बदल सको तो ही कोई आना-