Jo MAA-Baap ki khushi k liye ruksath Kiya apni mohbath ko..
Wo “bewafa” kaha se hua??-
Mere Har Ek Aasu Ki Pehchan Ho Tom Mere Chehre Ki Muskan Ho Tom Meri Jaan Ho Tom Mera Jahan Ho Tom मेरे अलफ़ाज़ हो तुम #Cheeku
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ज़रूरी नही है इश्क़ में,
बाहों के सहारे ही मिले,
किसी को जी भर के,
महसूस करना भी मोहब्ब्त है...!!🤗-
Ishq Seerat se karoge to sukoo paoge,
Soorat to vese bhi dhokha hai, bikhar jaoge..-
अगर सिर्फ मोहब्बत होती
तो शायद वो भूल भी जाती..
लेकिन वो तो इबादत कर बैठी
कृष्ण की इंतजार से वो दोस्ती कर बैठी..-
इश्क़ और इबादत कहां जुदा है
जो रूह में बस जाए
वही ख़ुदा है ।-
"वो झूठ की बिसात पर
सच्चाई का घर
बनाना चाहते थे,
अब याँ तो घर टिकता
या टिकता झूठ
ख़ैर!!!!
घर टूट गया
कच्चा हो के
झूठ जीत गया
किसी का ना हो के"-
मैं इश्क़-ए-इबादत की यूँ,
हर रस्मों रिवाज़ निभाउंगी!
तू प्रीत गर कृष्णा सी करे,
मैं राधा की रीत निभाउंगी!-
है दर्द ये तो फ़िर इस दर्द की दवा कीजिए,
मिले सुकूं-ए-रूह, अरे हुजूर! ऐसी शिफ़ा कीजिए
ख़ुद की तलाश में भटकती हुई इक नदी सा मैं,
गहरी बातों के समंदर में अपनी, मुझे मिला लीजिए
जख़्म है तलब के गहरे, लेंगे वक्त जाते जाते,
हूँ रुख़सत, इससे पहले मरहम मुझे लगा दीजिए
बड़ा मुश्किल हो जाता है, तुम्हें छोड़ के जाना,
हमारी रुख़सती पर हामी की मोहर लगा दीजिए-
लफ़्ज़ की लफ़्ज़ से हुई लड़ाई,
चंद लफ़्ज़ों ने ली अंगड़ाई,
हर लफ़्ज़ ने लफ़्ज़ को ऐसा काटा,
लफ़्ज़ से लफ़्ज़ की रुसवाई,
वो लफ़्ज़ नहीं जो ज़ज्ब हो अब.....
लफ़्ज़ मिलेंगे फ़िर लफ़्ज़ों से
ना जाने कब......-