मोहब्बत किया था,है ये बीते पल की कहानी ।
बहे रहे थे आंसु मेरे, जैसे बारिश का पानी ।
अलविदा कह के, नफ़रत मिटा दो ओ मेरी रानी ।
मेरी चित़ा की राख पे आके, गिराना दो बूंद पानी ।
लहरा के जुल्फों को ,सुखे होठों से बताना सबको
अपनी इश्क़ की सच्ची कहानी ।
"Avaneesh Prajapati"
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