Yeah I am selfish.... I know ✔
I don't like to share my personal things to others
I want the best and I don't care about others
I do the things without knowing it is right or wrong
Ya I am selfish.... I know ✔
But there is a question that ...
What I should call the others ...??🤷♀️
Who never supported me when I was alone ❗
Who never came to me when I was gone❗
What should I call the others ??
Who always misunderstood me of what is right❗
Who always blamed for what I had never did❗
What I should call the others...??🤷♀️
Ya I know I am selfish ....✔
-
When selfish people say that I am
Selfish
My reply-
Thanks for your complement, you all deserve that...
So that when they blame me it doesn't matter because my true people are always with me.-
Upar wale ne mujhe
Is duniya me la kar hi sabse bdi glti kr di
Isiliye to har jagh mai hi glt rhti hun
Aur sab sahi-
हां मैं चाहता हूं,
एक उम्दा ज़िंदगी, मेरे बचपन के शहर में,
रोज़ी रोटी की जद्दोजहद से दूर,
सुकून की जिंदगी हमसफर के साथ।
हां मैं चाहता हूं,
मेरे बेटे की परवरिश करना, जैसे मेरे वालिद ने मेरी की,
दिखाना चाहता हूं उसको, इस कुदरत के रंग जादू भरे।
हां मैं चाहता हूं,
फर्ज़ निभाना एक बेटे का, करना चाहता हूं खिदमत,
मेरे वालीदैन की उसी प्यार से, जैसे उन्होंने काबिल बनाया मुझे।
हां मैं चाहता हूं,
इस काबिल बनना कि निभा सकूं, कुछ फर्ज़ मेरे इंसानियत के लिए,
पासबां बन कुछ को दिखा सकूं अगर, रास्ता सच्चाई, ईमान और खुश रहने का।
चाहता हूं ये सब इतना कि,
जागते हुए भी ख़्वाब देखता हूं,
हर साथ चलते कारवां के निशानों में,
तामीर ए ख़्वाब के ज़रिए तलाशता हूं ।-
People think that I am Selfish,
पर में कैसे बताऊ की मुझे मेरी कंपनी सबसे अच्छी लगती है।-
मेरा भूत थी तू
वर्तमान भी है तू
भावी भी है तू
तेरे पहले थी ही
कहां मेरी जिदंगी
मैं का कोई अस्तित्व नही था
भूत को जाना तो वर्तमान पहचाना
भविष्य तो अभी भी ख़यालो मे है
मैं तुम और वो (आत्मा-रुह-मै)
तुम ना 'मै' से जुदा और ना ही परे
मै लिखती हूं हर दफ़ा तुम्हें उसकी
रूह को अक्ष बनाके
मै को भुल चुकी हूं अब तु ही
मेरी पनाह बस तेरे मिलन का
इंतजार है
हम तीनो ही कहां जुदा है फिर भी
साक्षात मिलन की तड़प है मुझे
मान तो लिया तुझको पा लिया है
अब तुसमे ही स्वंय मिलन करूगी-
गलती नींम कि नहीं
कि वह कड़वा है
खुदगर्जी जीभ की है
कि उसे मिठा पसंद है!!!-
Yes I'm selfish
but not so much that
I can not see your happiness
ahead my selfishness...-
जिनके मतलब के लिये हम अपने हर काम भूल जाते हैं
अक्सर हम उन्ही के नज़रो में मतलबी कहलाते हैं-