जब हाथ से सब छूट जाएं तो
समाप्त की नहीं
नई शुरूआत की बात करनी चाहिए
यहीं जीवन हैं-
❤️ .............मां..........❤️
सुना है मां से रिश्ता नौ महीने जायदे का होता है
फिर क्यूं बेटी के बिदाई के वक्त सबसे ज्यादा
मां का ही दिल रोता है,
नौ महीने रख कर अपने कोंख में .......
न जाने वो कितना दर्द सहती है....
के कितनी ताकतवर होती हैं वो मां
इतना दर्द सह कर बेटी जनती हैं
और उसे भी दूसरो को सौंप देती हैं ।
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कुछ यूं असर है तेरा मुझपर
कि........तू रो कर
मेरी दुनिया मुर्झा दें
जो तू हस जाए तो
पूरी दुनिया मुस्करा दें
Masi loves you
बेटू.....❤️❤️
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बाकी सब रिश्ते फीके पड़ जाते हैं
जब बच्चे प्यार से मां बुलाते हैं
☺️🤗🥰🤗🤗-
अगर बीते हुए समय को भूलने की कोशिश की जाए तो
आने वाले भविष्य को संवरने में ज्यादा वक्त नहीं लगता है
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इतना तो तय था कि
एक दिन हम ज़रूर टूटेंगे
पर इस क़दर छूटेंगे
ये सोचा न था-
ये साल भी गुज़र रहा है
बिना तुझसे मिले
न जाने वो साल कब आएगा
जब हम भी मिल जायेंगे
बिना किसी शिक्वा गिले-
ऐ जिंदगी...
तू मुझे अब कभी
रुला न पाएगा
क्योंकि ......
तू मुझे अब कभी
हंसता हुआ ना पाएगा
🥺🥺🥺🥺😭😭-
वह लोग मुझे जिंदा देख ,,,,
अक्सर ताज़्जुब में रह जाते हैं।
जो मेरे मरने की दुआ ,,,,
हर वक्त मनाते हैं।
🤪🤪🤪-
कभी कभार
ऐसा सोचती हूं
कि काश
ऐसा होता कि
मैं न होती
तो ये हालात न होते
तो कितना अच्छा होता l
😶😶😶😖😖😖-