#हुक्का
कभी ये वो निशानी हुआ करती थी हमारे बड़ों की जिसे इनकी पेहचान हुआ करती थी जो आज के बालको की नशे की एक लात को पुरा करने का जरिया जो बन गया है..सोचा है? कभी क्या सोचते होंगे वो जब देखते होंगे छोटे छोटे बच्चो को भी इसे पीता देखे
वाह रे आज कल के बालको कैसे नाम डूबा रहे हो..हुक्का पीने को शान अपनी बता रहे हो...🙏-
9 MAR 2021 AT 21:08
24 JUN 2019 AT 21:56
हमने आज हवा में यूँ ही छोड़ दिया,,,
हुक्के के धुवें के साथ-साथ उनकी धुंधली यादों को भी....!!!
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30 MAY 2020 AT 8:16
खुद गिरा खुद संभल के खड़ा हुआ हूंँ
मजबूरियां थी
इसलिए थोड़ा जल्दी बड़ा हुआ हूंँ...!!!!-
21 MAY 2020 AT 0:34
Tumne sudhara tha
Tumne bigada tha
Tumne kiya jo kiya
Hum tou kabhi na the
Uhh bewafa mane
Par tune bana diya-
31 JAN 2021 AT 14:28
अपने ही अंदाज़ में जीता हूं में
मुझे परवाह नहीं अब दुनिया की 💔💔💔-
10 MAY 2021 AT 16:25
कुछ रिश्ते हुक्के की घुंट जैसे होते हैं,
निभाने पड़ते हैं, मगर हानिकारक होते हैं !!
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❣️-
13 NOV 2019 AT 12:45
एक हो सै हुक्का..
साथी हो सै दुख का
चिलम एक दूजे की शर्म करै सै
जो छोटा हो.... वो ही भरै सै
हुक्के की पहली घूंट बडे की
और पानी की गुडगुडाहट नरे की
बैठ कै चार बडे बुढे
ज्ञान दे दिया करते..
हुक्के पै बैठ कै नियां..
मान सम्मान किया करते.!!
#हुक्का_आला_जाट-