बन शख्सियत वहीं, जो तुम चाहते हो देखना
हरहाल कोशिश तो कर, युह चलना तु छोड़ना!-
जैसे सागर मे रहकर भी,
लहरें कभी किनारो के न हो पाए..
तुम जिंदगी मे होकर भी,
कभी हमारे न हो पाए....-
जाओ नही चाहिए वो उधारी,
मुझे याद रहेगी ये गद्दारी...
मेरे ईमान पर जो मूल लिया था,
तेरे गद्दारी पर ब्याज हो भारी...-
Ab bhul chuka hu Woh rassta,
Jo tere ore le jata tha mujhe,
Ab bhul chuka hu Woh chehera,
Jo khwabo mai sataya krta tha mujhe.
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दो लोगों के मोहब्बत की खूबसूरती होती है,
उनके सच्चे इश्क़ की गहराई!
जो स्वार्थ के लिए प्यार की तौहीनी कर जाए,
उसके प्यार में कभी थी ही नही सच्चाई!-
औरत
स्त्री, नारी और औरत कहते हैं,
उस घर की तुमको रौनक कहते हैं।
बेटी,बहु,माँ,दादी,नानी के रूप में,
हम तुमको बिटियाँ दौलत कहते हैं।
दर्द लिए हज़ार तुम्हें कमज़ोर समझकर,
कुछ मर्द तुमको औसत कहते हैं ।
हम उस मर्द के मुहूँ पर बिटियाँ,
हम तुमको अपनी शोहरत कहते हैं।
ऐसे ही नहीं तुमको हम सब औरत कहते हैं।-
जिन्दगीं को हमेशा हंसते हंसते हुए गुजारों क्योंकि हम नहीं
जानते कि यह कितनी बाकी है।-
आजकल इश्क उतना ही करो, जितना भुला पाओ
क्योंकि अगर याद रह गया तो पूरी जिंदगी तबाह कर देता है।।-
"अपनी धुन में चलता वो जीव मतवाला था
जिसे फल समझ कर खाया वो विश का प्याला था
शर्मसार हो गयी इंसानियत इस हरकत से
बेमौत मारी गयी वो हथिनी जिसने गर्भ संभाला था।"-
मैं वो शख़्स हूँ जिसे
ऊपर वाला सताता बहुत है...
मगर जब टूट जाता हूँ
तो सम्भालता बहुत है!...-