वादा किया था आपने रामराज्य का।
कई दिनों से असमंजस में हूं!
क्या यही रामराज्य हैं?
कही आपके रामराज्य की परिभाषा तो अलग नही हैं
हम लोगो की परिभाषा से।-
ਸ਼ਾਤੀ ਨਾਲ ਆਏ ਸੀ
ਤੈਨੂੰ ਗੱਲ ਸਮਝਾਉਣ ਨੂੰ
ਤੂੰ ਕੀ ਕੁਝ ਨਹੀ ਕੀਤਾ
ਇਹਨਾਂ ਨੂੰ ਦਬਾਉਣ ਨੂੰ
ਹੰਝੂ ਗੈਸ ਦੇ ਗੋਲੇ
ਤੇ ਪਾਣੀ ਦੀਆਂ ਬੌਛਾਰਾ
ਸਬ ਸੀਨੇ ਉੱਤੇ ਸਹਿ ਗਏ ਦਿੱਲੀਏ
ਲੈ ਕੇ ਜਾਣਗੇ ਤੈਥੋਂ ਹੱਕ ਆਪਣਾ
ਜੋ ਤੇਰੇ ਬਾਡਰਾਂ ਨੂੰ ਸੀਲ ਕਰ ਬਹਿਗੇ ਦਿੱਲੀਏ-
सरकार चाहिए , एक अदद सरकार चाहिए
जो हमने चुनी वो नहीं...........जो हमें चुने
वो धड़कती महसूस करती वफादार चाहिए
जो डराए नहीं ,लड़ाए नहीं ,चुप कराए नहीं
उसकी आवाज़ हमारे लिए ईमानदार चाहिए
जिसकी ओर हम हरबार भरोसे से देख सकें
हमें ऐसी जिंदा, जिम्मेदार ,पालनहार चाहिए
सरकार चाहिए , एक अदद साझेदार चाहिए।-
आवाज़ें मत दबाइये सरकार , बाहर आने दीजिए उन्हें
गर घुटन चीख़ में बदल गई तो कानों के पर्दे फाड़ेंगी...!!
हौसले मत तोड़िये सरकार , पनपते रहने दीजिए उन्हें
गर टूट कर बदल गए तो बवाल बन कर गंद फोड़ेंगे....!!
परीक्षा मत लीजिए सरकार , सामर्थ्य का पता नहीं तुम्हें
गर लिख कर जवाब दे दिया तो तुम्हें फेल करके छोड़ेंगे..!!
समय पर मत जताइए एकाअधिकार , मेरा भी आएगा
अगले दिन का समय मेरी उग्रता को दृढ़ता से जोड़ेगा...!!
जरूरतों को मत कुचलिए सरकार , भूख लालची होती है
गर न मिटी तो फ़िर स्वाद के चुनाव का अंतर भी छोड़ेगी..!!
जया सिंह
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हो रहा है नीलाम सब कुछ मेरे देश में
जरा बताओ कीमती सामान क्या- क्या है
लगी है बेरोजगारों की भीड़ मेरे देश में
तुम ठहरे रोजगार वाले...
बताओ इस भीड़ में तुम्हारा काम क्या है
आलीशान बंगलों में बसने वालों
गरीबों की बस्ती में तुम्हारा काम क्या है
छप्पन भोग लगते है तुम्हारे यहां
भूखे सोने वाले आए तुम्हारे किसी काम,
तुम्हारी नजरों में ये संभव कहां है
एक वोट ही तो डालती है ये जनता
फिर क्यों फिक्र करें जनता की
जुमलेबाजी से मिल तो गया पद
अब बोलो भला...
जनता से हमको काम क्या है।।
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किस तरह सोच को बन्दी बनाया गया
कि वो इतनी बेबस व लाचार हो गई...
चाहे कितनी अव्यवस्था क्यों न देख ले
उसका विरोध कर पाने से बेज़ार हो गई
मतिभ्रम इस कदर हावी हुआ हर मन पर
कि अब सच्चाई भी एक व्यापार हो गई...
तौल कर देखना तू अपना आत्मसम्मान
वो भी रूप बदलकर अब चाटुकार हो गई
बेहयाई की हद तक जो हठधर्मिता है तुझमें
वही व्यवस्था की बर्बादी का संस्कार हो गई
तू नहीं जानता कि तुमने भविष्य खोया है
तेरी उन्नतियों की अर्जी अस्वीकार हो गई
पहले तू जियेगा तब तो देश जिन्दा रहेगा
मौत से पहले तेरी जिंदगी निराधार हो गई
- जया सिंह
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As long as it's not yours, death is just a number. Which your irresponsibility and incompetence do the counting.
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कोरोना cases हुए 10 लाख !!
फिर भी सब बढ़िया है,
चिंता ना करें अच्छे दिन आने ही वाले हैं !-
कोई अकेला ही मर रहा है
कीसी को मारा जा रहा है
ये कैसा लोकतंत्र है जहां पर
जनता को ही जनता के खिलाफ़
खडा किया जा रहा है..-