सितारों के साथ उस रात,
वो मेरे साथ थे।।
ना जाने कैसा एहसास था वो,
ऐसा लग रहा था, मानो रात थम सी गई हो।।
वो एहसास भी कमाल का था,
हाथों में हाथ था, वो मेरे साथ था।।
बस एक दूसरे को देखे जा रही थी ये निगाहें,
वो एहसास कभी भुलाये नहीं भूलता।।
ना जाने कैसे वो मुझे भूल गये,
ना जाने क्यों, वो मुझे अकेला छोड गये।।
उनके साथ ज़िन्दगी भर साथ चलने के सपने देखा करते थे,
आज वही हमसे मुँह मोड़ गये।।
क्या खता थी हमारी,
जो हमें प्यार करने की इतनी बड़ी सजा दे गये।।
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