वो दूर से आते है दूर तक जाते है
गांव से लेकर शहर तक जाते है
तपती गर्मी में पानी की तलाश में
हमारे घर की चौखट तक आते है
थोड़ा सा उन्हें भी अपना बना लिया जाये
उन बेज़ुबानों के साथ मुस्कुरा लिया जाये
अपने आँगन या छत में थोड़ा सा पानी रख देना
प्यासे परिंदे आएंगे तो मेहमान नवाज़ी कर लेना-
पहली बरसात में जब बारिश बरसती है
कच्चे मकानों के छप्पर से बुंदे टपकती है
जरुरी सामानों को इधर उधर करने के बाद
घर के बर्तनों में पानी शान से छलकती है
पानी - पानी जब घर के अंदर होता है तो
बारिश रुकने के इंतज़ार में रात गुजरती है
ये कैसी मज़बूरी है ये कैसे हालात है जब
आँखों के सामने सारे सपने बिखरती है
देख कर खुद की बेबसी गायब है भूख भी
उस रात खाना भी गले से नहीं उतरती है
गूंजती है टिप टिप की आवाज़ कानों में तो
बेचारी नींद भी इन आँखों को तरसती है-
Raat ko neend nhi aati din ko sukoon nhi milta,
Dil se pucha maine kya yahi pyar hai?
Dil ne kha pagal Garmi se sabka yahi haal hai.-
Suno jaan...
बेशक ये मौसम भले गर्मी का है ,
लेकिन तेरी यादो की बारिश जारी है..!!!!-
Iss garmi me kulfi 😋mile na mile ek dafaa unse mulakaat ho Jaye toh dil ko thandak mile😛
Gar miljaye Hamari mohabbat ko razaa unki🥰🥰
Hayee😍😍.....har dhadkan khusi se jashn manaye🤩🙈💕
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रातों में सुकून है क्यूंकि,वो सपनों में आती है,
और अब शुकुन भी गुमशुदा है गर्मी सेे निन्द जो नहीं आती है..-
भी गर्मी थी,
इस बार गर्मियों में भी गर्मी है।
एकदम गरमा गरम हो रखें हैं। 😒-
उड़ते सूखे पत्ते पेड़-पौधे और कलियाँ झुलसी
तपते सूरज की गर्मी से जलकर धरती भी तपती
तड़पते इंसान सब जीव-जंतु पर प्यास न बुझती
एक बूँद पानी को अब तो चिड़िया रानी भी तरसी-