Shubhi Jaiswar 11 AUG 2020 AT 19:43 जिन्हें अपना समझ बढ़ाया कदम...उन्होंने मोड़ लिए है,हमसे अपने कदम। - Abhishar Ganguly 4 JUN 2021 AT 14:30 ग़ालिब भी लिखना चाहते हो बारे में जिसके। अब क्या नज़्म लिखूँ 'अभि' मैं बारे में उसके। - Aadi Kaushik 18 MAR 2020 AT 0:53 मुझे सब जानने की ख़्वाहिश नहीं है राज़ आप अपने राज़ ही रखिये मगर याद रखें कि बात जब 'आदि' से करेंतो लहज़े में अपने लिहाज़ भी रखिये.... - UTTAM KUMAR 1 APR 2021 AT 11:52 What is this fire too, Gaalib. It is also associated with things.🔆🌸🔆🌸🔆🌸🔆🌸🔆🌸🔆ये आग भी क्या चीज़ है, ग़ालिबआजकल बातों से भी लग जाती है।🔆 🔆 🌻🔆 🌻 🔆🌻 🔆 🔆 - Vik S 18 JUN 2020 AT 18:48 तड़पते हो तुम दिल ही दिल में,तो मुझसे मिलते क्यों नही,ऐसा क्या सितम है हमपे ग़ालिब,जो तुम पिघलते ही नही - Khushbu 25 JUN 2020 AT 19:55 मत लौट आना अब इन राह पे ग़ालिब अब तेरा यहाँ कोई नहीं... - Moh 10 SEP 2021 AT 14:55 कर चुके हैं हम वो भी जो हमें ना करना था |ना जाने क्यूँ मुझे, उस बेवफा के लिए मरना था || - Rajan kumar 27 DEC 2017 AT 10:34 प्रेमचंद के लेख मैं कभी नहीं पढ़ा,ग़ालिब की ग़ज़ल भी मेरे सिर नहीं चढ़ा।पर अपने हीं सोच से मैं लड़ा,क्योंकि ये कमबख्त दिल था अड़ा,इसके वज़ह से हीं आज मुझे लिखना पड़ा। - Pankaj Tiwari 27 DEC 2017 AT 16:11 ना जाने क्यों लोग,इस देश पे उँगली उठाते हैं,यहाँ तो टूटे दिल से भीग़ालिब पूजें जाते है। - Shweta singh 14 JAN 2020 AT 0:16 बेशक सही हैं आप,पर इस ज़माने में इस सोच का कोई किरदार नहीं।। -