Dusro ki lines chura Ke likhne
vaale🤨
Jab mujhse puchhte hai
" Kya ye tumne likha "
Le me 🥺 :-
-
रंग बिरंगी सी थी, मेरी जिंदगी
आपकी उस एक झूठ ने मेरी जिंदगी में हजारों गम
बिखेर दिया।-
गवारा ना हुआ वो झूठा सा साथ उनका,
आज बेशक अकेले है पर संग मौजों के मेले हैं।-
आलम ये था दोस्तों,
आइ तो थी कैमिस्ट्री पढ़ने,
फ़िज़िक्स का अट्रैक्शन-रिपलसन पढ़ा गई।
फिर गुणा कर मैथ के ज़ीरो से सबको,सबक-ए-इश्क़ सीखा गई।
-
Jise dekho ussi ne meri dosti ko ajmaaya,
Jab man kiya mujhe dost banaya...
Nhi chali kabhi meri bhi marzi,
Unse baat karne se pehle mujhe deni parti thi arzii...😞
Sach kahu toh woh dost hi the farzii😶-
"दुनिया में बहुत भटका हूँ ।
प्लीज़ मुझे रास्ता ना दिखाओ,
बड़ी मुश्किल से संभला हुँ ।
प्लीज़ मुझे जीने का तरीका ना बताओ,
मोहब्बत तो अब खुद से ही हैं।
प्लीज़ मुझें अब कोई महबूब ना मिलाओ,
साहब, बहुत पॉजिटिव सोचता हूँ,
मुझे ना बताओ"
-
ना जल इश्क़-ए-आग में तू,जल के ख़ाक हो जाएगा।
होगी परवाह ना किसी को, दबी हुई राख हो जाएगा,
जलना है तो जल वतन-ए-मिट्टी को, शहीदों का इंसाफ़ हो जाएगा,
चूमेंगे लोग तेरे ख़ाक-ए-जिस्म को,
मिलते ही तेरी राख मिट्टी मे, वतन ये पाक हो जाएगा।-
पहले ठोकर देते हो फीर सम्भालने चले आते हो..!!
समझ नहीं आता मुहोब्बत करते हो या एहसान जताते हो..!!
🥀🥀🥀-
तेरी कान से सरकती
लट का तेल चढ़ाया
अपने खालीपन की सुलगा माचिस
यादों का तेरी फिर छोंक लगाया
उड़ती भाप में जब मुस्कान
तेरी लगी दिखने
वही बातों की खुसबू
आबोहवा में लगी बिखरने
फिर एक बार मिलने का तुझसे
जब अरमान जागा
मैंने भी
डर को अपने डाल कढ़ाही
खूब घोंट लगाया
अंत में डाल दी उसमें अपनी
तुझको खो देने वाली कहानी
बेबकूफियों को कोस
बन गयी मेरी
आँसुओं की चाशनी ।-
आ गई सर्द भरी शाम है,
करने को भी हज़ारों काम है।
चलो चुराते है वो फ़ुर्सत वाले पल फिर से,
बिन मतलब की बाते, कुल्हड़,अदरक वाली चाय,
वो सुकून वाली मुस्कुराहट,
और लगाकर लबों से चाय वाली कुल्हड़,
करते Coffee ☕️ को यूँही बदनाम हैं।-